विदेशों में भारत विरोधी बयान देने के बाद कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Congress Leader Rahul Gandhi) अब उस पर सफाई देना चाहते हैं। इसको लेकर उन्होंने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे दुर्भाग्य से सांसद हैं। हालाँकि, इसके बाद कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने उन्हें सलाह दी। इसके बाद राहुल गाँधी ने इसमें सुधार किया।
राहुल गाँधी ने कहा, “मैं पार्लियामेंट गया और स्पीकर से कहा कि मुझ पर चार मंत्रियों ने आरोप (इस दौरान राहुल गाँधी जयराम रमेश की देखते और इस तथ्य पर उनकी सहमति लेते हैं) लगाया है। इस पर मैं जवाब देना चाहता हूँ। …क्लियरिटी नहीं है, मगर मुझे नहीं लगता कि मुझे बोलने देंगे। मैं होपफुल (आशान्वित) हूँ कि कल मुझे बोलने देंगे।”
राहुल गाँधी ने आरोप लगाया कि जैसे ही वे संसद में पहुँचे में उनके द्वारा विदेश में दिए गए भाषण को लेकर जवाब देना चाहा, वैसे ही सदन को स्थगित कर दिया गया। राहुल गाँधी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति अडानी को लेकर जो भी कहा था, वह सब कुछ पब्लिक रिकॉर्ड से लिया था। उन्होंने फिर कहा, “मुझे लगता है कि वे मुझे पार्लियामेंट में नहीं बोलने देंगे।”
इस दौरान राहुल गाँधी ने खुद को ‘दुर्भाग्य से बना सांसद’ बता दिया। राहुल गाँधी ने कहा, “Unfortunately I am member of parliament and hopeful that I would be allowed to speak in parliament.” अगर इसे हिंदी में कहें तो इसका अर्थ है, ‘दुर्भाग्य से मैं सांसद हूँ और उम्मीद करता हूँ कि मुझे संसद में (मुद्दे पर) बोलने दिया जाएगा।’
राहुल गाँधी की इस गलती को बगल में बैठे जयराम रमेश ने तुरंत ताड़ लिया। उन्होंने राहुल गाँधी के कान के पास अपना मुँह ले जाते कहा, “Do not say unfortunately I am MP. Say unfortunately for you.” यानी ‘ये मत कहिए कि मैं दुर्भाग्य से सांसद हूँ। कहिए कि आपके लिए दुर्भाग्य है।’
जयराम रमेश के समझाने के बाद राहुल गाँधी फिर से कहते हैं, “Unfortunately for you I am a MP….” यानी ‘दुर्भाग्य से आपके लिए मैं एक सांसद हूँ’। राहुल गाँधी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसको लेकर भाजपा के प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने राहुल गाँधी और जयराम रमेश पर तंज कसा है। जयहिंद ने कहा, “दुख की बात है कि वह बिना प्रशिक्षित हुए बयान भी नहीं दे सकते! आश्चर्य है कि विदेशी हस्तक्षेप वाले बयान के लिए उन्हें किसने प्रशिक्षित किया था?”
Well Jairam it is unfortunate for us that he is an MP in the August Parliament he so badly undermines & betrays..
Sad that he can’t even make a statement without being coached! Wonder who coached him for his foreign intervention statement? pic.twitter.com/wOO3nTZ7TO
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) March 16, 2023
दरअसल, राहुल गाँधी ने कैम्ब्रिज में अपने संबोधन के दौरान अपने ही देश पर कीचड़ उछाला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि संसद में विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया जाता। उनकी माइक बंद कर दी जाती है। राहुल ने आरोप लगाया था कि भारत में सिखों और मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया गया है।
राहुल गाँधी के इन बयानों के बाद से ही भाजपा उनपर हमलावर है। एक पहले ही केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गाँधी पर हमला बोला। स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनका द्वेष अब भारत द्वेष में बदल चुका है। उन्होंने कहा था कि कॉन्ग्रेस नेता ने ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया, जिनका इतिहास भारत को गुलाम बनाने का रहा है।