विनेश फोगाट कुल-मिलाकर तीन ओलंपिक में हिस्सा ली। और तीनों में शून्य मेडल पाई। पर मीडिया से लेकर हर जगह चर्चा उन्हीं की है।
भाई अमन सहरावत पहली ओलंपिक में ही कांस्य पदक जीत लाया। इसपे ढंग का कोई आर्टिकल भी नहीं पढ़ने को लगता है।
मुझे लगता है इसकी पीछे पहली सबसे बड़ी वजह है आर्थिक स्तिथि । विनेश फोगाट कुश्ती के दुनिया कि फ़ेमस ख़ानदान से हैं। वहीं अमन का तो जीवन ही संघर्ष है।
दूसरी वजह है राजनीति , विनेश पिछले एक साल से राजनीतिक नौटंकियों का चेहरा रहीं हैं। कभी पहलवान आंदोलन तो कभी कुश्ती एकेडमी में हंगामा काटने की खबरें उनपर आती रही हैं।
वहीं अमन सिर्फ़ अपने खेल पर फ़ोकस करता है।