धरा गया छांगुर ‘बाबा’… अवैध धर्मांतरण के लिए हर जाति की लड़कियों का फिक्स कर रखा था रेट, विदेश से मिली थी 100 करोड़ की फंडिंग
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए यूपी एटीएस ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है. इसी मामले में दर्ज एफआईआर के आधार पर दूसरी आरोपी नीतू रोहरा उर्फ नसरीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया
लखनऊ में गुरुवार को 12 लोगों की ‘घर वापसी’ कराई गई. इन्हें इस्लाम से हिंदू धर्म में वापस लाया गया. इनमें से कुछ को लव जिहाद में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराया गया था, तो कुछ को पैसों का लालच या विदेश में नौकरी का झांसा देकर धर्मांतरण कराया गया था. ‘घर वापसी’ करने वाले कुछ पीड़ितों ने जिस बलरामपुर के जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का नाम लिया है, वह अब यूपी एटीएस की जांच के दायरे में है.
यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा और उसके बेटे महबूब समेत 10 लोगों पर नामजद FIR दर्ज कर रखी है. पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए शातिर दिमाग छांगुर बाबा ने अपने ही करीबी नवीन रोहरा का परिवार के साथ धर्मांतरण करवाया और फिर उसे अपना नाम जमालुद्दीन दे दिया. बाबा के साथ इस्लाम स्वीकार कर चुका नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन भी एटीएस की FIR में नामजद है.
FIR दर्ज होने के बाद यूपी एटीएस ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के बेटे महबूब और नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया था. लेकिन बेटे और करीबी जमालुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद से छांगुर बाबा अंडरग्राउंड हो गया. अब यूपी एटीएस को छांगुर बाबा की तलाश है.
आपको बता दें कि नवंबर 2024 को एटीएस थाने में अवैध धर्मांतरण के मामले में FIR दर्ज हुई थी. एसटीएफ की जांच में भी खुलासा हुआ था कि धर्मांतरण के लिए छांगुर बाबा पूरा नेक्सस चला रहा है. विदेश से करोड़ों की फंडिंग की जा रही है.
गौरतलब है कि गरीब, मजदूर, मजबूर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए टारगेट किया जाता और बात नहीं मानने पर पुलिस थाने व कोर्ट के जरिए फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर उन्हें प्रताड़ित किया जाता था. इन सबका का मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा है.
इतना ही नहीं धर्मांतरण के लिए अलग-अलग जाति की लड़कियों को लाने के लिए अलग-अलग रेट फिक्स था. ब्राह्मण, सरदार और क्षत्रिय लड़कियों के इस्लाम स्वीकार करने पर 15 से 16 लाख रुपये दिए जाते थे. पिछड़ी जाति की लड़की के लिए 10 से 12 लाख रुपये और अन्य जाति की लड़कियों को 8 से 10 लख रुपये दिया जाता था.
बीते दिन लखनऊ में हिंदू संगठन के द्वारा जिन लोगों ने इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपनाया उनमें मांडवी शर्मा, मालती, एलेना अंसारी और सोनू रानी भी शामिल हैं. उन्होंने ही मीडिया के सामने छांगुर बाबा का जिक्र किया और बताया कि कैसे वह लव जिहाद में फंसाकर धर्म परिवर्तित कराता था.

जांच एजेंसियों के अनुसार, जमालुद्दीन खुद को हाजी पीर जलालुद्दीन के नाम से प्रचारित करता है, उस पर लड़कियों को बहला-फुसलाकर जबरन धर्मांतरण करवाने का आरोप है. हर जाति की लड़कियों का रेट फिक्स था. वह बलरामपुर के उटरौला कस्बे में एक लंबे समय से धर्मांतरण का नेटवर्क चला रहा था. इस नेटवर्क के लिए कथित तौर पर विदेशों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग भी मिलने की बात सामने आ रही है.
ADGP (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश ने बताया कि यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि बलरामपुर जिले के उटरौला कस्बे में एक व्यक्ति छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन बाबा, खुद को हाजी पीर जलालुद्दीन के नाम से प्रचारित करता है, वह एक संगठित धर्मांतरण नेटवर्क चला रहा है.
100 करोड़ रुपये से ज्यादा की फंडिंग
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी अपने एजेंटों के जरिए लड़कियों को बहलाकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता था. यह भी सामने आया है कि इस नेटवर्क को 100 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी फंडिंग मिली है, जिसका इस्तेमाल धर्मांतरण के काम में किया जा रहा था.
50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की
एडीजीपी के मुताबिक, जमालुद्दीन बाबा ने अब तक 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है. जांच में यह भी पाया गया है कि बलरामपुर में उसने कई संपत्तियां भी खरीदी हैं. उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और यूपी एटीएस जांच कर रही है।
फिलहाल इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और एसटीएफ का कहना है कि इस नेटवर्क की पहुंच पूरे भारत में फैली हुई है. विदेशी फंडिंग खासकर खाड़ी देशों से आने की बात सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है.
अन्य की तलाश में जुटी एजेंसियां
एडीजीपी ने यह भी संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. जांच एजेंसियां पूरे नेटवर्क की परतें खोलने में जुटी हैं. पुलिस इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द से जोड़कर देख रही है. यूपी एसटीएफ और एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अब इस पूरे रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और संभावना है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
छांगुर बाबा से जुड़ी अन्य जानकारी
1. विदेशी फंडिंग और संपत्ति
बलरामपुर जिले के ग्राम मधपुर, थाना उटरौला से छांगुर बाबा, नसरीन और महबूब समेत कई संदिग्धों के खिलाफ शिकायत मिली थी. आरोप है कि उन्होंने एक साल में ही विदेशी फंडिंग से बंगले, लग्ज़री गाड़ियां और शोरूम खरीदे.
2. ब्रेनवॉश कर नाम बदले
जांच में पता चला कि छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन, मुंबई के निवासी नवीन घनश्याम रोहरा, उनकी पत्नी नीतू और बेटी समाले का ब्रेनवॉश कर उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित किया गया. धर्म बदलने के बाद तीनों ने जमालुद्दीन, नसरीन और सबीहा नाम रख लिया.
3. प्रेमजाल में फंसाकर धर्मांतरण
लखनऊ की गुंजा गुप्ता को आरोपी अबू अंसारी ने खुद को अमित बताकर प्रेमजाल में फंसाया और फिर छांगुर बाबा की दरगाह ले जाकर नीतू रोहरा और जमालुद्दीन की मदद से ब्रेनवॉश कर इस्लाम कबूल करवाया गया. उसका नया नाम अलीना अंसारी रखा गया.
4. धर्मांतरण के रेट तय
गिरोह के पास धर्मांतरण की बाकायदा फीस तय थी.
ब्राह्मण/क्षत्रिय/सरदार लड़कियों के लिए: ₹15–16 लाख
पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए: ₹10–12 लाख
अन्य जातियों के लिए: ₹8–10 लाख
5. विदेश यात्राएं और बैंक ट्रांजेक्शन
गिरोह ने लगभग 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है. इनके पास 40 से ज्यादा बैंक खाते हैं जिनमें 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन हुआ है.
6. गिरोह का दबाव और धमकी
छांगुर बाबा, महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, एमेन रिजवी (कथित पत्रकार), सगीर, और नीतू रोहरा गरीबों और असहायों को धर्म बदलने का दबाव देते थे. बात न मानने पर मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जाती थी.
7. पहले भी दर्ज हैं मुकदमे
आजमगढ़ के देवगांव थाने में भी छांगुर बाबा के सहयोगियों और रिश्तेदारों के खिलाफ अवैध धर्मांतरण का मुकदमा (221/23) दर्ज है.