Friday, October 4, 2024
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भारत रत्न मुहिम पर रतन टाटा का निवेदन,जिस पुरस्कार को दो प्रधानमंत्री ने खुद के नाम प्रस्तावित कर दिया था

देश का उच्चतम सम्मान है भारत रत्न….

भारत रत्‍न पुरस्‍कार की परम्‍परा 1954 में शुरु हुई थी। सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्र शेखर वेंकटरमन को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्‍ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता पाने के लिए यह पुरस्‍कार प्रस्‍तुत किया गया है। वास्‍तव में हमारे पूर्व राष्‍ट्रपति, डॉ. ए. पी. जे. अब्‍दुल कलाम को भी यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार दिया गया है (1997)। इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि भारत रत्‍न केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाए। यह पुरस्‍कार स्‍वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी एग्‍नेस गोंखा बोजाखियू, जिन्‍हें हम मदर टेरेसा के नाम से जानते है और दो अन्‍य गैर-भारतीय – खान अब्‍दुल गफ्फार खान और नेल्‍सन मंडेला (1990)। 2009 में यह पुरस्कार प्रसिद्ध भारतीय गायक पंडित भीमसेन गुरूराज जोशी को प्रदान किया गया था। 4 फरवरी 2014 को नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा प्रसिद्ध क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर एवं प्रख्यात वैज्ञानिक प्रो सीएनआर राव को भारत-रत्न से सम्मानित किया गया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पिछले कई दिनों से मशहूर बिजनेस टाइकून और टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) दिए जाने को लेकर कैंपेन चलाया जा रहा है। ट्विटर पर इस अभियान के लिए बकायदा #BharatRatnaForRatanTata हैशटैग भी चलाया जा रहा है। लेकिन सोशल मीडिया पर चल रहे इस अभियान पर अब खुद रतन टाटा ने अपना बयान दिया है। रतन टाटा ने शनिवार को ट्वीट करके कहा कि जो लोग सोशल मीडिया पर यह अभियान चला रहे हैं, मैं उनकी भावनाओं की कद्र करता हूं। लेकिन साथ ही यह भी आग्रह करता हूं कि इस अभियान को बंद कर दिया जाए।

रतन टाटा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है, मैं सोशल मीडिया पर मुझे भारत रत्न देने की मांग करने वाले लोगों की भावनाओं का सम्मान करता हूं, लेकिन मेरा विनम्र निवेदन है कि इस तरह के कैंपेन बंद कर दिए जाएं। मैं खुद को भारतीय होने और भारत के विकास और समृद्धि में योगदान देने के लिए भाग्यशाली मानता हूं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा भारत के विकास और समृद्धि में योगदान देने की कोशिश करता रहूंगा। रतन टाटा के इस ट्वीट ने लोगों का दिल जीत लिया। उनके निवेदन के बाद भी लोग लगातार #RatanTata के नाम से ट्वीट कर रहे हैं।

पिछले कुछ दिन से ट्विटर पर देश के जाने-माने उद्योगपति रटन टाटा को लेकर एक कैंपेन चल रहा है। इसमें रतन टाटा को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग उठ रही है। बड़ी संख्या में लोग ट्विटर पर इस तरह के ट्वीट कर रहे हैं। इस कैंपेन पर अब स्वयं रतन टाटा की प्रतिक्रिया सामने आई है। टाटा ने लोगों की भावनाओं की प्रशंसा की है और साथ ही उन्होंने लोगों से बड़ी विनम्रता के साथ इस कैंपेन को बंद करने के लिए भी कहा है। टाटा ने ट्वीट कर यह बात कही है। आइए विस्तार से जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा।

 

रतन टाटा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘सोशल मीडिया पर लोगों के एक तबके द्वारा एक अवॉर्ड को लेकर व्यक्त की गई भावनाओं की मैं सराहना करता हूं, लेकिन मैं बेहद नम्रता के साथ अपील करना चाहता हूं कि ऐसे कैंपेन बंद कर दिए जाएं। मैं भारतीय होने और भारत की ग्रोथ व समृद्धि में योगदान कर सकने पर खुद को भाग्यशाली मानता हूं।’

 

रतन टाटा एक ऐसी शख्सियत हैं, जो सोशल मीडिया में हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। रतन टाटा को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग ने तब जोर पकड़ा, जब मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विवेक बिंद्रा ने रतन टाटा को भारत रत्न दिए जाने की मांग से जुड़ा ट्वीट किया।

 

 

मोटिवेशनल स्पीकर बिंद्रा ने अपने ट्वीट में लिखा,  ‘रतन टाटा का मानना ​​है कि आज के उद्यमियों की पीढ़ी भारत को अगले स्तर पर ले जा सकती है। हम प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग करते हैं। हमारी इस मुहिम से जुड़िए।’

 

बिंद्रा के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर Ratan Tata और BharatRatnaForRatanTata हैशटैग टॉप ट्रेंड में आ गया। अब शनिवार को रतन टाटा द्वारा जो प्रतिक्रिया दी गई है, उसे भी सोशल मीडिया यूजर्स काफी सराह रहे हैं।

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