Saturday, July 27, 2024
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राहुल गांधी को बड़ा झटका,दिल्ली यूनिवर्सिटी चुनाव में,पर्दे के पीछे के खेल हुए फेल

 

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चार में से तीन सीटों पर जीत दर्ज कर परच😍

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव (DUSU Election) में एबीवीपी (ABVP) ने अध्यक्ष पद समेत 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं एनसीयूआई (NSUI) के खाते में एक सीट गई है। ABVP के तुषार डेढ़ा अध्यक्ष, अपराजिता सचिव, सचिन बैसला सं8

युक्त सचिव तथा NSUI के अभी दहिया को उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल हुई। इस जीत पर गृह मंत्री अमित शाह ने ABVP को बधाई दी है।

दिल्ली यूनिवर्सिटी में अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तुषार डेढ़ा को 23460 वोट मिले। वहीं एनएसयूआई के हितेश गुलिया उनके निकटटीम प्रतिद्वंद्वी रहे। गुलिया को 20345 वोट मिले। इस तरह से तुषार डेढ़ा 3115 वोटों से जीत हासिल कर दिल्ली यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष बन गए हैं।

उपाध्यक्ष पद पर NSUI के अभी दहिया को जीत मिली है। उन्हें 22331 वोट मिले। वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी ABVP के सुशांत धनखड़ को 20502 वोट हासिल हुई। इस तरह उपाध्यक्ष पद पर 1829 वोट से NSUI को जीत मिली।सचिव और संयुक्त सचिव पद पर भी ABVP के उम्मीदवार को ही जीत मिली है।

सचिव पर के लिए ABVP ने अपराजिता को मैदान में उतारा था। वहीं कॉन्ग्रेस ने यक्षना शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया था। DUSU चुनाव में अपराजिता को 24543 वोट मिले। वहीं यक्षना के पक्ष में 11,597 वोट पड़े। इस तरह 12,937 वोटों से अपराजिता को जीत मिली। संयुक्त सचिव पद के सचिन बैसला ABVP के उम्मीदवार थे। उन्हें 24,955 वोट मिले। NSUI के शुभम चौधरी को 14,960 वोटों से संतोष करना पड़ा। इस तरह सचिन बैसला 9995 वोटों से जीतकर DUSU के संयुक्त सचिव बन गए।

ऑपइंडिया को मिली एक्सक्लुसिव जानकारी के अनुसार DUSU चुनाव में ABVP को अब तक 32 कॉलेजों में जीत मिली है। वहीं 9 कॉलेजों में तो ABVP ने क्लीन स्वीप किया है। यानी कि इन 9 कॉलेजों के सभी पदों पर सिर्फ ABVP के ही उम्मीदवार जीते हैं। चूँकि अभी सभी कॉलेजों के परिणाम सामने नहीं आए हैं। ऐसे में यह संख्या अभी और बढ़ने का अनुमान है।

इस जीत के बाद ABVP ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के साथ अपने विजयी उम्मीदवारों की फोटो शेयर की है। साथ ही लिखा, “दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को तीन सीटों पर विजयी बनाने और ABVP पर पुनः विश्वास जताने हेतु विद्यार्थी परिषद डीयू के छात्रों का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करती है। विजेता प्रत्याशियों, कार्यकर्ताओं सहित समस्त छात्र शक्ति को हार्दिक बधाई।”

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) राष्ट्रवादी झुकाव वाला छात्र संगठन है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बड़ी जीत पर ABVP को बधाई दी है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को मिली प्रचंड जीत पर सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। यह जीत राष्ट्रहित को सर्वप्रथम मानने वाली विचारधारा में युवा पीढ़ी के विश्वास को दर्शाती है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि परिषद के कार्यकर्ता युवाओं में स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों और राष्ट्रवाद की भावना को जागृत रखने के लिए निरंतर संकल्पित भाव से कार्य करते रहेंगे।”

नेशनल डेस्कः दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चार में से तीन सीटों पर जीत दर्ज कर परचम लहरा दिया है, जबकि एक सीट कांग्रेस से संबद्ध एनएसयूआई के खाते में गई। एबीवीपी की अपराजिता और सचिन बैसला क्रमश: सचिव और संयुक्त सचिव निर्वाचित हुए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ था और शनिवार को मतों की गिनती कराई गई। एबीवीपी की जीत पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेताओं ने बधाई दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने चुने गए प्रतिनिधियों को बधाई दी है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में एबीवीपी को मिली को मिली प्रचंड जीत पर परिषद् के सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। यह जीत राष्ट्रहित को सर्वप्रथम मानने वाली विचारधारा में युवा पीढ़ी के विश्वास को दर्शाती है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि परिषद् के कार्यकर्ता युवाओं में स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों और राष्ट्रवाद की भावना को जागृत रखने के लिए निरंतर संकल्पित भाव से कार्य करते रहेंगे।“

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शानदार जीत पर परिषद के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई। अभाविप, युवाओं के बीच राष्ट्रनिर्माण का संदेश लेकर जाती है जिसकी सफलता इस बात को इंगित करती है कि आज देश का युवा समर्थ और विकसित भारत के निर्माण के प्रति संकल्पित है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को पुनः बधाई।“

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, “स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों से प्रेरित होकर एबीवीपी हमारे युवाओं के दिलों में हमेशा राष्ट्रवाद और निस्वार्थ सेवा की लौ जलाई है। मैं डूसू चुनाव 2023 में एबीवीपी के सभी कार्यकर्ताओं को उनकी जोरदार जीत के लिए बधाई देता हूं। यह विजय हमारी युवा पीढ़ी के बीच ‘राष्ट्र प्रथम’ की विचारधारा की सर्वव्यापी स्वीकृति को दर्शाती है, जो हमारे देश के कल को आकार देगी।“

केंद्रीय  मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा, “दिल्ली यूनिवर्सिटी का चुनाव जीतने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को हार्दिक बधाई! विजेता युवा साथियों को मेरी शुभकामनाएं! इस ‘क्लीन स्वीप’ से विरोधियों को युवाओं के रुझान का एक मजबूत इशारा अवश्य मिला होगा। छात्र जीवन में अथक परिश्रम के बाद मिलने वाले सार्थक परिणाम के अनुभव को मैं बखूबी समझता हूं।“

बता दें कि कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं कराए जा सके थे, जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में संभावित व्यवधान के कारण 2022 में भी चुनाव नहीं हुआ था। इस साल डूसू के चार पदों के लिए कुल 24 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे। चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर चंद्रशेखर ने बताया कि इस चुनाव में 42 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव में करीब एक लाख छात्र मतदान करने के लिए पात्र थे। इससे पहले 2019 में हुए डूसू चुनाव में मतदान प्रतिशत 39.90 रहा था जबकि 2018 और 2017 में मतदान प्रतिशत क्रमश: 44.46 और 42.8 फीसदी रहा था।

केंद्रीय पैनल के लिए 52 कॉलेज और विभागों में चुनाव ईवीएम के माध्यम से कराए गए, जबकि कॉलेज संघ चुनावों के लिए मतदान कागजी मतपत्र पर हुआ। फीस वृद्धि, किफायती आवास का अभाव, कॉलेज में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान सुरक्षा और मासिक धर्म अवकाश चुनाव में छात्रों के लिए मुख्य मुद्दे रहे।

एबीवीपी, एनएसयूआई, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) से संबद्ध ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन’ (आइसा) ने सभी चार पदों के लिए उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। एबीवीपी ने 2019 डूसू चुनाव में चार पदों में से तीन पर जीत दर्ज की थी। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेज और संकायों के लिए डूसू मुख्य प्रतिनिधि निकाय है। हर कॉलेज का अपना अलग छात्र संघ भी है, जिसके लिए प्रति वर्ष चुनाव होता है।

 

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