परिवार अंतिम संस्कार को तैयार
बहराइच में बवाल के बीच पीड़ित परिवार अंतिम संस्कार को तैयार हो गया है. बहराइच हिंसा में राम गोपाल मिश्र की मौत हो गई थी.
बहराइच में इंटरनेट बंद
बवाल के बीच बहराइच में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है. हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट बंद किया गया है. महसी, महराजगंज आदि इलाकों में इंटरनेट बंद है. लोग लाठी-डंडे और तलवार से साथ सड़कों पर उतर गए हैं और जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
बहराइच के हरदी के महसी महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा से इलाके में तनाव बढ़ गया है. इस हिंसा में 20 साल के राम गोपाल मिश्र की मौत हो गई थी. इसके बाद से बहराइच में बवाल मचा हुआ है. लोग लाठी-डंडे और तलवार से साथ सड़कों पर उतर गए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जगह-जगह पर आगजनी की जा रही है. आक्रोशित लोगों ने वहां कई दुकानों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है. मृतक राम गोपाल के अंतिम संस्कार को रोक दिया गया है. इलाके में स्थिति बिल्कुल तनावपूर्न बनी हुई है. स्थिति को कंट्रोल करने के लिए बहराइच की डीएम मोनिका रानी खुद सड़क पर उतर गई हैं. बहराइच में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. बहराइच में बवाल को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ भी एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने डीजीपी से ताजा हालात की जानकारी ली है. वहीं, इस बीच पीड़ित परिवार राम गोपाल के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गया है
अब्दुल+मुस्लिम गैंग ने रामगोपाल मिश्रा को तलवारों से काटा, गोली मारी: माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान बहराइच में हत्या, CM योगी के सख्त आदेश
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान रविवार (13 अक्टूवर 2024) को हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में मुस्लिम पक्ष द्वारा विसर्जन जुलूस में शामिल हिंदू श्रद्धालुओं पर पत्थर और गोलियाँ बरसाई गईं। जिस मकान से गोलियाँ चलाई गईं हैं, वह सलमान का है। गोली लगने से 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई है।
रामगोपाल मिश्रा हत्याकांड में मुस्लिम समुदाय के 6 लोग नामजद किए गए हैं। हिंदू युवक की हत्या के बाद जिले के कई हिस्सों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई है। थोड़े समय के लिए प्रतिमाओं का विसर्जन भी रुका रहा। CM योगी आदित्यनाथ ने मामले में कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
यह घटना बहराइच जिले के थानाक्षेत्र हरदी की है। रविवार को यहाँ हरिमिलन मिश्रा ने पुलिस में तहरीर दी। तहरीर में हरिमिलन ने बताया कि घटना के दिन उनका भाई रामगोपाल मूर्ति विसर्जन देखने महराजगंज बाजार गया था। इसी जगह अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम और साहिर खान सहित 4 अन्य अज्ञात लोग बैठे थे। इन सभी ने रामगोपाल को घर के अंदर खींच लिया। यहाँ रामगोपाल को तलवारों से काटा गया और बाद में गोली मार दी गई।
इस हमले की वजह से रामगोपाल की मौके पर ही मौत हो गई। शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपितों को उन्होंने खुद, उनके भाई राजन और एक अन्य युवक किशन ने पहचाना है। हरिमिलन मिश्रा ने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने इस मामले में अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारूफ अली को नामजद करते हुए 4 अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
इन आरोपितों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191 (2), 191 (3), 190 और 103 (2) के तहत कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। बहराइच की पुलिस अधीक्षक IPS वृंदा शुक्ला ने बताया कि जिस घर से गोली चलाई गई है, उसके मालिक का नाम सलमान है। इस घटना में फिलहाल 16 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हत्या के बाद आगजनी और तोड़फोड़
रामगोपाल मिश्रा की हत्या की खबर मिलते ही जिले में साम्प्रदायिक तनाव फैल गया। कुछ जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई है। पुलिस ने बल प्रयोग कर के भीड़ को तितर-बितर किया है। मृतक का शव लेकर लोगों ने जाम लगाया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि घटना के बाद उत्पात करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ऑपइंडिया के पास पुलिस द्वारा बल प्रयोग के वीडियो मौजूद हैं।
पुलिस की मौजूदगी में हुई हत्या?
रामगोपाल मिश्रा की हत्या जिस जुलूस में हुई, उसके साथ पुलिस बल चल रहा था। जिस महराजगंज इलाके में यह विवाद हुआ, वह मुस्लिम बहुल बताया जाता है। हिंसा का वह वीडियो भी ऑपइंडिया के पास है, जिसमें पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश कर रही है।
एक अन्य वीडियो में अन्य श्रद्धालु रामगोपाल का शव लेकर अस्पताल भागते दिखाई दे रहे है। विसर्जन जुलूस में शामिल एक बुजुर्ग ने बताया कि पुलिस ने उन पर लाठियाँ बरसाईं हैं। फ़िलहाल हरदी के SHO और महसी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है।
CM योगी की तरफ से सख्त एक्शन के आदेश
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया है। उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती से निबटने के निर्देश दिए हैं। हिंसा के बाद तनाव को देखते हुए प्रतिमाओं का विसर्जन कुछ समय के लिए रोक दिया गया था।
इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी धर्मगुरुओं से बातचीत कर के प्रतिमाओं का विसर्जन सकुशल सम्पन्न करवाएँ। बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने भी बताया कि कुछ समय के व्यवधान के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन सही सलामत सम्पन्न करवाया गया।