सरेराह सड़क पर की गई महिला की पिटाई, बीजेपी बोली, ‘ममता के राज में चल रहा शरिया कानून..’
नई दिल्ली। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के बाद, भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर लगातार सवाल उठा रही है। विवाद को और बढ़ाते हुए, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, एक्स पर एक परेशान करने वाला वीडियो शेयर किया, जिसमें एक व्यक्ति एक महिला और एक पुरुष को डंडे से बेरहमी से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है। मालवीय का दावा है कि यह वीडियो पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के लक्ष्मीकांतपुर का है।
महिला की बेरहमी से पिटाई
मालवीय ने आरोप लगाया, “वीडियो में एक महिला को बेरहमी से पीटते हुए दिख रहे लड़के का नाम तजेमुल है, जिसे इलाके में जेसीबी के नाम से भी जाना जाता है। वह अपनी तथाकथित ‘इंसाफ सभाओं’ के माध्यम से तुरंत न्याय दिलाने के लिए कुख्यात है।” उन्होंने आगे दावा किया कि तजेमुल टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान का करीबी सहयोगी है।
This is the ugly face of Mamata Banerjee’s rule in West Bengal.
The guy in the video, who is beating up a woman mercilessly, is Tajemul (popular as JCB in the area). He is famous for giving quick justice through his ‘insaf’ sabha and is a close associate of Chopra MLA Hamidur… pic.twitter.com/fuQ8dVO5Mr
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 30, 2024
टीएमसी शासित बंगाल में शरिया कानून लागू
मालवीय ने जोर देकर कहा, “भारत को टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में शरिया अदालतों की वास्तविकता से अवगत होने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिलाओं के लिए अभिशाप हैं। बंगाल में कानून और व्यवस्था का कोई नामोनिशान नहीं है। क्या ममता बनर्जी इस राक्षस के खिलाफ कार्रवाई करेंगी, या फिर शेख शाहजहां की तरह उसका बचाव करेंगी?”
भाजपा ने टीएमसी पर बंगाल में हिंसा बढ़ाने का आरोप लगाया
गुरुवार, 27 जून, 2024 को अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल में बढ़ती राजनीतिक हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए सीएम ममता बनर्जी के प्रशासन पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कूचबिहार जिले में एक महिला भाजपा कार्यकर्ता को निर्वस्त्र कर पीटा गया। इसके बाद, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार, 28 जून को टीएमसी समर्थकों पर कूचबिहार जिले में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा की एक महिला नेता पर हमला करने का आरोप लगाया।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता अधिकारी ने कहा कि उन्होंने 25 जून को हुई घटना के बारे में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग , राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को सूचित कर दिया है और जांच का अनुरोध किया है। बढ़ते आरोपों और घटनाओं ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है, जिससे राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।