Sunday, December 22, 2024
Uncategorized

मस्जिद के इमाम का सर तन से जुदा….खुद के बेटे ने ही कर दिया,…

मुजफ्फरनगर से सटे शामली से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक इमाम की हत्या मामले का खुलासा हुआ है। इमाम की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि खुद उसके बेटे ने की थी। बेटे ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से सटे शामली जिले के झिंझाना क्षेत्र में एक मस्जिद के इमाम की उसके विक्षिप्त बेटे ने कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक अभिषेक ने बताया कि झिंझाना थाना क्षेत्र के मन्नामजर गांव में मंगलवार को 58 वर्षीय इमाम फजल उर्हमान का सिर कटा शव जंगल में बरामद किया गया। इस मामले में उसके बेटे जुनैद (20 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है।
 औलाद ने ही अपने इमाम अब्बा का किया सिर तन से जुदा: कट्टर इस्लामी-वामी मचा रहे ‘मुस्लिम टारगेट किलिंग’ का शोर, पुलिस जाँच में सब क्लियर

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में मस्जिद के एक इमाम की हत्या कर दी गई है। इस हत्या को सोशल मीडिया के कई वामपंथी और कट्टर मुस्लिम हैंडल सांप्रदायिक रंग दे रहे। इसे उत्तर प्रदेश में इस्लामी स्कॉलर्स की टारगेट किलिंग के तौर पर बता कर सनसनी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस की जाँच में हालाँकि अब तक किसी भी प्रकार के साम्प्रदायिक एंगल अथवा टारगेट किलिंग जैसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है। शामली की घटना में तो मौलाना की हत्या के केस में उनके बेटे को ही जेल भेजा गया है।

यह मामला शामली जिले के थानाक्षेत्र झिंझाना का है। यहाँ के गाँव बल्ला माजरा में 11 जून (मंगलवार) को मस्जिद के इमाम फजलुर्रहमान की सिर काट कर हत्या कर दी गई थी। धड़ से अलग शव लगभग आधे किलोमीटर दूर बरामद हुआ था। इस घटना के सामने आते ही आए दिन भ्रामक खबर उड़ाने वाले तमाम कट्टर मुस्लिम हैंडल फ़ौरन एक्टिव हो गए। उन्होंने इस घटना को फ़ौरन ही टारगेट किलिंग का रूप और रंग देना शुरू कर दिया। निगार परवीन के ट्वीट पर हक की आवाज ने लिखा, “जानबूझकर मुस्लिम धर्मगुरुओं को निशाना बनाया जा रहा है पर अभी तक कुछ नहीं हुआ, आखिर इसके पीछे क्या कारण है?”

इसके अलावा कविश अजीज ने भी इस घटना को अपने शब्दों से हवा दी। उन्होंने इसे प्रतापगढ़ की कड़ी से जोड़ा और उत्तर प्रदेश में सब ठीक होने का व्यंग्य किया।

भ्रामक खबरों में अक्सर अपनी हाजिरी दर्ज करवाने वाले कथित पत्रकार मीर फैज़ल भी इस मामले में पीछे नहीं रहे। उन्होंने भी शामली की इस घटना को प्रतापगढ़ के मौलाना की हत्या की अगली कड़ी के तौर पर दिखाने का प्रयास किया।
इन सभी के हैंडलों पर हालाँकि शामली पुलिस जाँच जारी होने की बात कह रही थी। इन सभी को पुलिस यह भी बता रही थी कि शक के आधार पर मृतक के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बावजूद इसके भ्रामक खबरें फैलाने का सिलसिला जारी रहा।

बेटे ने ही की थी अपने अब्बा की हत्या

आखिरकार पुलिस ने महज 6 घंटों में ही इमाम फजलुर्रहमान की हत्या का खुलासा कर दिया। 11 जून (मंगलवार) को पुलिस ने मृतक के नाबालिग बेटे को ही अपने अब्बा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पुलिस की जाँच में निकल कर सामने आया कि 50 वर्षीय इमाम फजलुर्रहमान मंगलवार को अपने बेटे के साथ काम करने पास की बाग में गए थे। यहाँ सुबह 10 बजे बाप-बेटे में किसी बात को लेकर बहस हो गई थी। इसके बाद तैश में आए बेटे ने पास रखे फावड़े से अपने अब्बा पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए।

कुछ ही देर में फजलुर्रहमान की मौत हो गई। हत्या के बाद भी मृतक के बेटे का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने अपने अब्बा का सिर फावड़े से काट लिया और उसे लेकर मौके से फरार हो गया। गाँव वालों ने इमाम की लाश देख कर पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने मृतक के बेटे को खोज निकला और हिरासत में ले लिया। कुछ ही देर की पूछताछ में आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। हत्या में प्रयोग हुआ फावड़ा भी बरामद कर लिया गया है। कुछ रिपोर्ट्स में नाबालिग आरोपित को मानसिक रूप से बीमार भी बताया जा रहा है। पुलिस इन सभी पहलुओं पर जाँच कर रही है।

Leave a Reply