इस आवारा कुत्ते ने जो किया, उसकी चर्चा हर किसी की जुबान पर है. (प्रतीकात्मक)
बेंगलुरु. कर्नाटक के दावणगेरे में इन दिनों एक आवारा कुत्ता खूब चर्चा में है. दरअसल यहां सड़क पर खड़े इस कुत्ते के साथ टक्कर रोकने के चक्कर में 21 साल के एक बाइकसवार युवक की जान चली गई थी. हालांकि इसके बाद उस कुत्ते ने जो किया, उसकी यहां हर कोई चर्चा कर रहा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, शिवमोगा जिले के भद्रावती तालुका में 16 नवंबर को तीपेश नामक युवक की सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण मौत हो गई थी. जिस कुत्ते को बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ, वह कुछ दिनों बाद उसके घर आ पहुंचा. रिपोर्ट के मुताबिक, वह कुत्ता तीपेश की मां के पास गया और उनके हाथ पर अपना सिर रख दिया. वहां मौजूद लोगों के मुताबिक, इसे देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो यह कुत्ता उनके बेटे की मौत पर दुख व्यक्त कर रहा है.
अब पीतेश के घर पर ही रह रहा कुत्ता
अखबार के मुताबिक, तीपेश की मां, यशोदम्मा ने बताया कि कुत्ते की इस हैरान करने वाली हरकत के बारे में बताया. उन्होंने कहा, ‘तीपेश के अंतिम संस्कार के बाद से ही यह कुत्ता हमारे घर के पास आने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इलाके के दूसरे आवारा कुत्ते उसे वहां से भगा दे रहे थे. आखिरकार कुछ दिनों के बाद वह घर के अंदर आ पहुंचा और अपना सिर मेरे हाथ पर रख दिया. हमें लगा कि कुत्ता तीपेश की मौत पर दुख जताने की कोशिश कर रहा है.’ उन्होंने बताया कि वह कुत्ता अब उनके साथ ही रह रहा है.
8 KM चलकर पहुंचा तीपेश के घर
तीपेश के एक रिश्तेदार ने बताया कि कुत्ता करीब 8 किलोमीटर तक चलकर इस घर तक पहुंचा था. उन्होंने बताया, ‘एक्सीडेंट वाली जगह यहां से करीब 8 किलोमीटर दूर है. वह कुत्ता घर तक पूरे रास्ते उस वाहन का पीछा करता रहा, जो तीपेश का शव ले जा रहा था. घर के पास अंतिम संस्कार के दौरान भी कुत्ता आसपास ही मौजूद था. तीन दिन बाद कुत्ता घर में घुस आया और तिपेश की मां के पास जाकर बैठ गया.’
टिप्पेश की बहन चंदना ने अखबार को बताया कि वे लोग ‘कुत्ते से नाराज नहीं हैं’. उन्होंने कहा, ‘यह एक हादसा था, जिसमें दुर्भाग्य से हमने अपना भाई खो दिया.’