राजस्थान के उदयपुर (Udaipur, Rajasthan) में कन्हैया लाल साहू (Kanhaiya Lal Sahu) की हत्या की तरह ही महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati, Maharashtra) में हुई उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की हत्या की जाँच भी राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) करेगी। कोल्हे की हत्या भी नूपुर शर्मा का समर्थन करने की वजह से बताई जा रही है।
NIA ने 54 वर्षीय उमेश कोल्हे की हत्या में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि उनकी हत्या ISIS की स्टाइल में की गई है। प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि यह हत्या एक आतंकी घटना है और एक खास वर्ग (हिंदू समुदाय) को टारगेट करने के उद्देश्य से किया गया है।
अमरावती में मेडिकल चलाने वाले उमेश कोल्हे की हत्या में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे के मुताबिक, इस हत्याकांड में शामिल यूसुफ उमेश कोल्हे का जिगरी दोस्त था। यहां तक कि जब अपनी बहन की शादी के लिए यूसुफ के पास पैसे नहीं थे, तब उमेश ने ही उसकी मदद की थी।
Umesh Kolhe Murder: अमरावती के दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की हत्या में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि इस हत्याकांड में शामिल यूसुफ उमेश कोल्हे का दोस्त था। महेश के मुताबिक, बहन की शादी के लिए जब यूसुफ को रुपयों की जरूरत थी तो उमेश ने उसकी मदद भी की थी। लेकिन उसे क्या मालूम था कि वो जिसकी मदद कर रहा है, वहीं एक दिन उसकी हत्या में शामिल होगा।
उमेश कोल्हे के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था यूसुफ :
उमेश कोल्हे के भाई महेश के मुताबिक, भाई का वेटेरनरी केमिस्ट का काम था, जबकि मुख्य आरोपी यूसुफ वेटेरनरी अस्पताल में काम करता था। एक ही तरह के बिजनेस में होने की वजह से दोनों में अच्छी दोस्ती थी। यहां तक कि उमेश के अंतिम संस्कार में भी यूसुफ मौजूद था।
सिफारिश कर यूसुफ के बच्चों को दिलवाया एडमिशन :
महेश कोल्हे के मुताबिक, एक बार यूसुफ ने अपने बच्चों को एक मुस्लिम स्कूल में एडमिशन दिलाने के लिए उमेश को अपनी पहुंच का इस्तेमाल करने के लिए भी कहा था। बाद में उमेश की वजह से यूसुफ के बच्चों को उस स्कूल में एडमिशन भी मिल गया था।
जिस दोस्त पर किया भरोसा, उसी ने दिया गहरा जख्म :
महेश कोल्हे के मुताबिक, उमेश ने जिस दोस्त पर सबसे ज्यादा भरोसा किया, उसी ने गहरा जख्म दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उमेश के गले पर जो जख्म मिला था, वो 5 इंच चौड़ा, 7 इंच लंबा और 5 इंच गहरा था। इतना ही नहीं, चाकू के हमले से उमेश के दिमाग, सांस नली और आहार नली भी डैमेज हो गई थीं। बता दें कि 54 साल के केमिस्ट उमेश कोल्हे की 21 जून को हत्या कर दी गई थी। इस केस में पुलिस ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम इरफान, मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफिक, शोएब खान, अतिब रशीद और युसूफ खान हैं।
मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने बताया, “पुलिस नोट के माध्यम से हमें पता चला कि मेरे भाई की नूपुर शर्मा पर पोस्ट करने पर हत्या कर दी गई। वह आरोपित पशु चिकित्सक यूसुफ खान का अच्छा दोस्त था। यूसुफ को हम 2006 से जानते थे।”
महेश कोल्हे ने कहा कि अगर अमरावती पुलिस ने इस घटना की सत्यता को पहले ही जाहिर कर दिया होता तो हत्या की असलियत सबके सामने आ जाती और साजिश का पता लग जाता। उन्होंने कहा कि इस तरह उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या सहित देश में इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने से रोका जा सकता था।
अमरावती पुलिस ने बताया था लूट का मामला
बता दें कि महाराष्ट्र की अमरावती पुलिस ने कोल्हे की हत्या को पहले लूट की इरादे से किया गया वारदात बताया था, जबकि उनके बैग में 35 हजार रुपए पड़े मिले थे। वहीं, अब उसने मान लिया है कि नूपुर शर्मा की पोस्ट की वजह से ही उनकी हत्या की गई थी।
कोल्हे की हत्या 21 जून 2022 की रात को मेडिकल शॉप बंद करने के दौरान कुछ मुस्लिमों द्वारा चाकू से गला काट करके कर दी गई थी, जबकि 28 जून 2022 को कन्हैया लाल की हत्या उनकी टेलर की दुकान में ग्राहक बनकर आए दो मुस्लिमों ने गला रेत कर दी थी।
अमरावती पुलिस का अब यह भी कहना है कि उमेश कोल्हे की हत्या और उसकी साजिश के मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि इनमें स्थानीय ग्रुप से जुड़ा एक व्यक्ति भी शामिल है। कोल्हे की हत्या का मास्टरमाइंड नागपुर से गिरफ्तार 35 साल के इरफान है और उसी ने हत्या की पूरी योजना बनाई थी। पुलिस का कहना है कि इस हत्या कांड और उसकी साजिश रचने में और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
एक अधिकारी के अनुसार, “उमेश कोल्हे अमरावती शहर में मेडिकल स्टोर चलाते थे। उन्होंने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ वाट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट साझा किया था। उन्होंने यह पोस्ट एक ऐसे ग्रुप में भी साझा किया था, जिसमें कुछ मुस्लिम भी सदस्य थे। इसमें उनके ग्राहक भी थे।”
7 गिरफ्तार में एक दोस्त, एक मौलवी और बाकी दिहाड़ी मजदूर
कोल्हे की हत्या के आरोपितों में 25 वर्षीय शेख इरफान के अलावा 22 साल का मुदस्सिर अहमद, 22 साल का शोएब खान, 22 साल का अतीब राशिद, 24 साल का अब्दुल तौफीक, 25 साल का शाहरुख पठान और 44 साल का युसूफ खान बहादुर शामिल हैं। ये सभी अमरावती के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके पास से चाकू भी बरामद कर लिया है।
हत्या का निर्देश शेख इरफान ने दिया था, जबकि उमेश का दोस्त यूसुफ ने कोल्हे की पोस्ट को वायरल कर हत्या के लिए आरोपितों को उकसाया था। ड्राइवर हेल्पलाइन नाम से संचालित कथित सामाजिक संस्था का अध्यक्ष यूसुफ वेटनरी डॉक्टर है और वह वायरल पोस्ट पर नजर रखता था। वहीं, मुदस्सिर मौलाना का काम करता है और उसी ने कोल्हे की रेकी की थी। अन्य आरोपित मजदूर हैं।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सहायता के लिए जुटाया फंड
उधर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आतंकियों निशाने पर आकर जान गँवाने और घायल होने वाले हिंदू परिवारों के लिए चंदा इकट्ठा किया है। मिश्रा ने बताया कि 14,000 लोगों ने कुल 1.70 करोड़ चंदा दिया है। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट में कहा, “14,000 से ज्यादा लोगों ने पाई पाई जोड़ी और हो गए 1 करोड़ 70 लाख से ज्यादा रुपए। कन्हैया जी, ईश्वर जी, उमेश कोल्हे जी और संदीप जी के परिवारों के बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। 10 दिन में ये पूरा पैसा इन सभी बैंक खातों में आ जायेगा।