ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कोलकता के मुस्लिम बहुल मटियाबुर्ज में रैली की पुलिस अनुमति नहीं दी है। गुरुवार को रैली होनी है। इस पर बंगाल एआइएमआइएम ने ममता सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए चुनौती दी है कि रैली होकर रहेगी। कोलकाता की मटियाबुर्ज सीट अल्पसंख्यक बहुल है और डायमंड हार्बर लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है, जो कि बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का संसदीय क्षेत्र है। बंगाल एआइएमआइएम के सचिव जमीरुल हसन ने कहा कि इस चुनावी सीजन में हमारी पार्टी के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी की राज्य में यह पहली रैली होगी। वह राज्य में पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे, लेकिन पुलिस ने अभी तक अनुमति नहीं दी है, जबकि लगभग 10 दिन पहले अनुमति मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि राज्य में तृणमूल, भाजपा और माकपा रैली कर रही है, तो फिर उनकी पार्टी क्यों नहीं रैली करेगी? रैली करना उनका हक है और पुलिस अनुमति दे या नहीं दे। वे लोग रैली करेंगे। उनके कार्यकर्ता अपने घरों से निकल गए हैं और कल की रैली ऐतिहासिक होगी।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अब पूरे देश की नजर बंगाल चुनाव पर है। भाजपा यहां पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रही है। सत्तारूढ़ तृणमूल भी भाजपा के प्रभाव विस्तार से परेशान है। बंगाल भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में भाजपा ने यहां पर पैठ बढ़ाई है। पिछले दिनों भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह ने लगातार यहां पर रैलियां कर के पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या, जय श्री राम का नारा सहित तमाम मुद्दों को लेकर ममता सरकार को घेर रहे हैं। शुक्रवार को एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगाल की हिंसा की राजनीति अन्य राज्यों से पूरी तरह अलग है। मैं यहां हिंसा की राजनीति को पूरी तरह खत्म करने आया हूं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगर असदुद्दीन ओवैसी से हाथ मिला लें तो भी बंगाल में हम ही जीतेंगे।