2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्बोधित किया था संसद इमरान खान की चाहत भी थी वही इज्ज़त पाने की।
श्रीलंका ने इमरान खान को किया बेइज्जत, संसद में बोलने का न्योता देकर कैंसल किया इवेंट; कश्मीर का है कनेक्शन
श्रीलंका ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की भारी बेइज्जती कर दी है। इमरान अगले सप्ताह श्रीलंका की संसद में बोलने की तैयारी में जुटे थे और इस बीच अचानक प्रोग्राम कैंसल कर दिया गया है। माना जा रहा है कि श्रीलंका ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि इमरान खान इस मौके का दुरुपयोग करते हुए कश्मीर पर बोल सकते थे।
हालांकि, अधिकारियों ने पाकिस्तान को इसके लिए कोरोना संबंधी प्रतिबंधों को वजह बताया है, लेकिन कोलंबो में इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि सरकार ने इस बात पर दोबारा विचार किया है कि यदि इमरान अपने भाषण में कश्मीर का मुद्दा उठाते हैं तो इसका क्या असर होगा।
श्रीलंका के स्पीकर महिंद्रा अबेवर्देना ने पिछले सप्ताह राजनीतिक दलों के नेताओं को बताया था कि इमरान खान 22 फरवरी से दो दिवसीय दौरे पर संसद को संबोधित करेंगे। इमरान खान 24 फरवरी को संसद में बोलने वाले थे। खान राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे और विदेश मंत्री दिनेश गुनावर्देना से भी मुलाकात करने वाले हैं।
ऊपर उल्लेख किए गए शख्स ने बताया, ”लगता है संसद में संबोधन को लेकर पहले ठीक से विचार नहीं किया गया था। इमरान खान की ओर से कश्मीर मुद्दा उठाए जाने की संभावना को लेकर सरकार के भीतर काफी चर्चा हुई है। इसके बुरे असर की संभावना का आकलन करते हुए श्रीलंका ने इमरान खान के संबोधन को कैंसल करना ही बेहतर समझा।”
पाकिस्तान की सरकार कश्मीर मुद्दे को हर अंतरराष्ट्रीय फोरम पर उठा रही है, खासकर अगस्त 2019 में कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से। पाकिस्तान ने पिछले साल भारत की ओर से कोरोना महामारी पर बुलाई गई सार्क देशों की वुर्चुअल बैठक में भी यह रोना रोया।
कोलंबो गैजेट में छपी खबर के मुताबिक श्रीलंका के विदेश मंत्री ने अधिकारियों को बताया कि इमरान खान का संसद में संबोधन नहीं होगा। अन्य कार्यक्रम पहले से तय शेड्यूल के मुताबिक होगा। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार ने श्रीलंका से गुजारिश की थी कि इमरान खान से संसद को संबोधित कराया जाए। श्रीलंका की संसद को इससे पहले 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था।