Friday, March 14, 2025
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ममता बनर्जी खुद चाहती है राष्ट्रपति शासन, इतने साल के पाप धुल जाए,विक्टिम कार्ड का खेल

पश्चिम बंगाल जैसी सांस्कृतिक और क्रांतिकारी विरासत को ममता बनर्जी ने एक गैस चेम्बर बना दिया है आम जनता का दम घुटने लगा है,गुंडागर्दी, वसूली खून खराबा तृष्टिकरन से।
“कैलाश विजयवर्गीय”

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हिंसा के चलते माहौल गर्म है। इस बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद चाहती हैं कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा ताकि वह चुनाव में विक्टिम कार्ड खेल सकें। वहीं टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने पर दिलीप घोष ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है लेकिन यह सच है कि टीएमसी में कई नेता बागी हो रहे हैं।
एक दिन पहले ही दिलीप घोष के काफिले की कार के शीशे तोड़े गए थे। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया था जिसमें 40 वर्करों को हिरासत में ले लिया गया। एक समाचार चैनल से बातचीत में दिलीप घोष ने आरोप लगाया, ‘बंगाल पुलिस टीएमसी की कैडर की तरह काम करती है। पुलिस के सामने नेताओं पर हमले होते हैं लेकिन एक एफआईआर नहीं होती। उल्टा हमारे कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया जाता है।’

‘तृणमूल में माफिया और गुंडे’
दिलीप घोष ने आगे कहा, ‘ममता बनर्जी खुद चाहती हैं कि राज्य में 356 लागू हो जाए। वह केंद्र सरकार को इसके लिए मजबूर कर रही हैं ताकि चुनाव के दौरान विक्टिम कार्ड खेल सकें।’ दिलीप घोष ने आगे कहा कि तृणमूल कांग्रेस में माफिया और गुंडे है जो लोगों को डराने के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं। बंगाल के लोग भी कह रहे हैं कि जब तक यह सरकार रहेगी तब तक निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पाएंगे। इसलिए राष्ट्रपति शासन जरूरी है।

‘टीएमसी में लोगों का दम घुट रहा है’
वहीं शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर दिलीप घोष बोले, ‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है और न ही उनसे बात हुई है। वह एक प्रभावी नेता है, परिवहन मंत्री हैं। इसके अलावा चार-पांच टीएमसी विधायक और भी हैं जो बागी हो रहे हैं। वह कहते हैं कि उनका पार्टी में दम घुटता है। टीएमसी में कोई मान-सम्मन नहीं है। चर्चा है कि ये लोग कहीं पार्टी ना छोड़ दें।’

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