राम के नाम पर फर्जीवाड़ाः मंदिर निर्माण के लिए नकली रसीद देकर दुकानदार से लिया चंदा, पुलिस ने किया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए अवैध रूप से चंदा लेने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मंदिर के लिए चंदा जमा कर रहे विश्व हिंदू परिषद के नेताओ को इस फर्जीवाड़े का पता तब चला जब एक दुकानदार ने उन्हें चंदे की नकली रसीद दिखाई।
राम मंदिर के नाम पर अवैध चंदा वसूली का भंडाफोड़
आरोपी ने भोपाल में दुकानदार को नकली रसीद देकर लिया चंदा
पुलिस ने विहिप के पदाधिकारियों की शिकायत पर की कार्रवाई
आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है पुलिस
भोपाल
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कथित रूप से फर्जी रसीद देकर भोपाल में अवैध रूप से चंदा जुटाने के मामले में मंगलवार को एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। विस्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश भदौरिया ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए फर्जी कूपन देकर अवैध धन संग्रह करने के मामले में अशोका गार्डन पुलिस थाने में मनीष राजपूत के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने राजपूत को पुलिस हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के जिला सह मंत्री यतेन्द्रपाल सिंह जादौन की लिखित शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण हेतु विहिप को सहयोग निधि संग्रहण के लिए अधिकृत किया गया है। भदौरिया ने कहा कि विहिप के पदाधिकारी चंदा राशि के लिए 31 जनवरी को अशोका गार्डन थाना क्षेत्र में फ्रेंड्स कॉलोनी में शशांक जयसवाल की दुकान पर पहुंचे तो उन्हें इस फर्जीवाड़े का पता चला। दुकान संचालक ने बताया कि मनीष राजपूत नामक व्यक्ति पहले ही उनसे राशि ले चुका है। दुकान मालिक ने विहिप के पदाधिकारियों को चंदे की रसीद भी दिखाई।
शशांक जयसवाल ने जो रसीद दिखाई, उस पर ‘राम भूमि संकल्प सोसाइटी भोपाल’ का नाम लिखा था। रसीद राम जन्म भूमि न्यास द्वारा अधिकृत नहीं थी। विहिप के पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत पुलिस में की। इसी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मनीष राजपूत को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि मनीष ने अनाधिकृत रूप से दुकान संचालक से राम मंदिर निर्माण के लिए 151 रुपये की सहयोग निधि ली थी।