मुंबई: महाराष्ट्र में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोग से बनी सरकार के नेतृत्व में स्पीकर का चुनाव हुआ। इस चुनाव में भाजपा नेता राहुल नार्वेकर ने महाविकास अघाड़ी सरकार के उम्मीदवार राजन साल्वी को मात दी। उन्हें 160 से अधिक मत पहुंच चुके हैं और काउंटिंग जारी है। चुनाव की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से हुई और दोनों उम्मीदवारों के मतों की काउंटिंग हेड काउंटिंग के साथ शुरू हुई और सबसे पहले राहुल नार्वेकर के समर्थकों ने नंबर के साथ अपना नाम बताना शुरू किया। सबसे अधिक वोट राहुल नार्वेकर को मिले। वोटिंग से पहले सदन के सभी गेटों को डिप्टी स्पीकर के आदेश पर बंद कर दिया गया। स्पीकर का चुनाव इसलिए भी अहम माना जा रहा था क्योंकि उनकी अगुवाई में ही सोमवार को फ्लोर टेस्ट होगा। आज से यहां शुरू हो रहे विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र में चार जुलाई को शक्ति परीक्षण करेगी।
एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के सहारे महाराष्ट्र का सिंहासन पर कब्जा कर लिया । शिंदे ने सत्ता हासिल करने के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई करना शुरु कर दिया। आदित्य समेत ठाकरे गुट के सभी विधायकों को व्हिप जारी कर दिया। साथ ही शिवसेना का एक दफ्तर सील कर दिया हैं।
इसी बीच गिरीश महाजन के बयान ने बवाल मचा दिया। उन्होंने दावा किया है कि उद्धव उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना के 10 विधायक ही बचे हैं । 55 में से कुछ और विधायक एकनाथ शिंदे के साथ आना चाहते हैं।
गिरीश महाजन ने ये भी कहा कि यह समझना मुश्किल नहीं है कि शिवसेना किसके साथ है।
गिर गई थी अघाड़ी सरकार
इससे पहले शिंदे गुट ने आदित्य ठाकरे सहित सभी विधायकों को व्हिप जारी किया। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस राज्य में एमवीए गठबंधन का हिस्सा हैं। शिंदे की बगावत के कारण इन तीनों दलों की सरकार बुधवार को गिर गई थी। इसके अगले ही दिन शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया था। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का एक समूह शनिवार शाम एक विशेष विमान से गोवा से मुंबई के लिए रवाना हुआ था।
महाराष्ट्र विधानसभा में स्पीकर चुनाव से पहले शिवसेना को उस समय बड़ा झटका लगा जब शिवसेना विधानमंडल के दफ्तर को सील कर दिया गया। दफ्तर के बाहर मराठी भाषा में लिखा नोटिस चस्पा किया गया है।
शिवसेना के स्पीकर प्रत्याशी राजन साल्वी विधान परिषद के उप सभापति निलम गोर्हे के ऑफिस में बैठे हैं। नोटिस में लिखा गया है कि यह कार्यालय शिवसेना विधायी दल के निर्देश पर सील किया गया है।
अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए शिवसेना के नेता और उद्धव ठाकरे के करीबी राजन साल्वी शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार हैं, जो पहली बार विधायक बने भाजपा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को चुनौती देंगे।
विधानसभा में वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार राहुल नार्वेकर के खिलाफ वोटिंग से परहेज किया। उसके दोनों विधायक अबू आजमी और रईस शेख मतगणना के दौरान बैठे रहे। वहीं, AIMIM के दोनों विधायक सदन में अनुपस्थित रहे। बता दें कि कल सोमवार (4 जुलाई 2022) को नई सरकार को सदन में अपना बहुमत सिद्ध करना है।
सदन ही घुसते समय भाजपा के सदस्यों ने ‘जय श्रीराम, जय भवानी और जय शिवाजी’ के नारे लगाए। दूसरी तरफ स्थिति को देखते हुए विधानसभा के भीतर शिवसेना के कार्यालय को सील कर दिया गया है। उद्धव ठाकरे की ओर से सुनील प्रभु और एकनाथ शिंदे की ओर से भारत गोगावाले ने व्हिप जारी किया।
उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिवसेना विधायकों ने बगावत कर दी थी। भाजपा के समर्थन से एकनाथ शिंदे सीएम चुन लिए गए। उन्हें सोमवार को फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ा। शिवसेना और शिंदे गुट के बीच असली शिवसेना को लेकर भी जंग चल रही है।
किसके पास कितनी ताकत : शिंदे के पास 288 सदस्यीय सदन में निर्दलीय और छोटे दलों के 10 विधायकों तथा भाजपा के 106 विधायकों का समर्थन है।
विधानसभा में शिवसेना के पास 55, राकांपा के पास 53, कांग्रेस के पास 44, भाजपा के पास 106, बहुजन विकास आघाड़ी के पास 3, समाजवादी पार्टी के पास 2, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के पास 2, प्रहार जनशक्ति पार्टी के पास 2, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास 1, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पास 1, शेतकरी कामगार पार्टी के पास 1, स्वाभिमानी पक्ष के पास 1, राष्ट्रीय समाज पक्ष के पास 1, जनसुराज्य शक्ति पार्टी के पास 1, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के पास 1 और 13 निर्दलीय विधायक हैं। शिवसेना विधायक रमेश लटके का मई में निधन हो जाने के कारण एक पद रिक्त है।