केरल में पीएफआई के मेंबर और ठिकानों पर पड़े छापे में ये भी पता चला था कि इस्लामी संगठन ने अपनी एक खुफिया इकाई भी बना रखी थी। ये इकाई बीजेपी और आरएसएस के स्थानीय नेताओं पर नजर रखती थी। इस नजरदारी के बाद ही कई हिंदू नेताओं पर हमले किए गए और कुछ की हत्या भी पीएफआई से जुड़े लोगों ने की थी।
लखनऊ। प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI के बारे में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। यूपी एसटीएफ की जांच में पता चला है कि पीएफआई ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS में घुसपैठ की कोशिश की थी। सूत्रों के मुताबिक लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके से गिरफ्तार पीएफआई सदस्य मोहम्मद फैजान, मोहम्मद सूफियान और रेहान के वाट्सएप और लैपटॉप से इस बारे में सबूत मिले हैं। पीएफआई का इरादा आरएसएस में घुसपैठ कर संघ के बड़े नेताओं की गतिविधि और काम के बारे में जानकारी जुटाना था। इसके लिए 50 लोगों को बाकायदा ट्रेनिंग भी दी जा रही थी। इन सभी की तलाश एसटीएफ कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक सभी 50 मेंबर्स को पीएफआई के लोग हिंदू धर्म, देवी-देवताओं, संघ के कामकाज के बारे में ट्रेन कर रहा था। ताकि जब उनको आरएसएस में घुसपैठ कराया जाए, तो किसी को शक न हो। इनका इरादा था कि संघ के बड़े नेताओं से संपर्क बढ़ाकर उसकी बैठकों में भी हिस्सा लिया जाए और उसकी जानकारी पीएफआई के टॉप नेतृत्व तक पहुंचाई जाए। एसटीएफ ने फैजान, सूफियान और रेहान से आरएसएस के बारे में कुछ किताबें और साहित्य भी बरामद किए हैं। लखनऊ के आसपास कुछ गांवों में भी पीएफआई के मेंबर बनाने की साजिश का खुलासा हुआ है। इस काम में अरशद नाम का व्यक्ति जुटा था। अचरामऊ गांव में उसने कई युवाओं से संपर्क भी किया था।
बता दें कि केरल में पीएफआई के मेंबर और ठिकानों पर पड़े छापे में ये भी पता चला था कि इस्लामी संगठन ने अपनी एक खुफिया इकाई भी बना रखी थी। ये इकाई बीजेपी और आरएसएस के स्थानीय नेताओं पर नजर रखती थी। इस नजरदारी के बाद ही कई हिंदू नेताओं पर हमले किए गए और कुछ की हत्या भी पीएफआई से जुड़े लोगों ने की थी।