INDIA गठबंधन पर बरसा JDU, पहले नीतीश को संयोजक तक बनाने से कर दिया इनकार और अब दे रहे PM पद का ऑफर
Nitish Kumar News: विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन बनाने में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका थी। नीतीश कुमार की पहल पर ही विपक्षी दलों के नेताओं की पहली बैठक पटना में आयोजित की गई थी।
मतदाताओं ने इस बार ऐसा जनादेश दिया है कि बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। नीतीश कुमार की पार्टी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में बिहार की 12 सीटों पर जीत हासिल की है। चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद इंडिया गठबंधन ने भी नीतीश कुमार पर डोरे डालने की कोशिश की। वैसे नीतीश कुमार ने खुद पीएम मोदी की अगुवाई वाले एनडीए संग पूरी मजबूती के साथ डटे रहने का ऐलान कर दिया है।
इसके साथ ही जदयू की ओर से इंडिया गठबंधन को करारा जवाब भी दिया गया है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और नीतीश कुमार के सलाहकार केसी त्यागी ने कहा कि जिस इंडिया गठबंधन ने नीतीश कुमार को संयोजक तक बनने से इनकार कर दिया था, उसकी ओर से अब पीएम पद तक का ऑफर दिया जा रहा है। उन्होंने इंडिया गठबंधन के साथ जाने की संभावनाओं को पूरी तरह खारिज कर दिया।
इंडिया गठबंधन बनाने में नीतीश की बड़ी भूमिका
विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन बनाने में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका थी। नीतीश कुमार की पहल पर ही विपक्षी दलों के नेताओं की पहली बैठक पटना में आयोजित की गई थी। बाद में इंडिया गठबंधन की अन्य बैठकों में भी नीतीश कुमार ने हिस्सा लिया था। नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने की भी चर्चाएं थीं।
हालांकि बाद में इस पर कोई फैसला नहीं हो सका। लोकसभा चुनाव से कुछ समय पूर्व नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन का साथ छोड़ते हुए एनडीए में वापसी कर ली थी।
अब इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा बहुमत का आंकड़ा हासिल करने में नाकाम रही है और नीतीश कुमार की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। इसीलिए विपक्षी नेताओं की ओर से नीतीश कुमार से एक बार फिर साथ आने की अपील की जा रही है।
अब एनडीए का साथ नहीं छोड़ेंगे नीतीश
इस बीच नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने इंडिया गठबंधन को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पहले तो वे लोग नीतीश कुमार को संयोजक बनाने को भी तैयार नहीं थे और अब पीएम पद देने की बात कर रहे हैं। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा सियासी हालात में हम एनडीए के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं और अब इधर-उधर देखने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों के बुरे व्यवहार के कारण ही नीतीश कुमार ने इस साल जनवरी महीने में एनडीए में लौटने का फैसला किया था। नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के दौरान कई बार इस बात को स्पष्ट किया है कि अब पीछे लौट कर देखने का कोई सवाल ही नहीं है। अब हम एनडीए के महत्वपूर्ण साझीदार हैं और हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे।
राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण हुई भूमिका
उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार की राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। एनडीए के साथ हमारा सम्मान बहाल हो गया है और भाजपा की ओर से भी नीतीश कुमार को काफी सम्मान दिया जा रहा है। पीएम मोदी के साथ मुलाकात में नीतीश कुमार ने समर्थन देने की स्पष्ट बात भी कही है। इसके साथ ही एनडीए की बैठक में भी नीतीश कुमार ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को एनडीए की बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने कहा था कि अब इधर-उधर देखने का कोई सवाल ही नहीं है। उनका कहना था कि हम लोगों ने बहुत काम किया है और आने वाले दिनों में हम मिलकर देश को आगे बढ़ाने वाले कई कदम उठाएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई थी कि बिहार की लंबित मांगों पर जल्द ही पीएम मोदी की ओर से बड़ा फैसला किया जाएगा। अब मोदी कैबिनेट में जदयू के दो नेताओं को कैबिनेट मंत्री और एक को राज्य मंत्री का पद मिलने की संभावना जताई जा रही है।