Sunday, September 8, 2024
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(LIVE VIDEO) नंगे होकर प्रदर्शन,अधिकारों के लिए,नौकरी के लिए,29 नंगे गिरफ्तार

विधानसभा रोड पर एससी-एसटी युवाओं ने नग्न होकर प्रदर्शन किया। आमासिवनी के पास फर्जी आरक्षण प्रमाणपत्रों का आरोप लगाते हुए करीब 12 युवाओं ने पूरी तरह नग्न होकर सड़क पर प्रदर्शन किया। युवाओं ने फर्जी आरक्षण प्रमाण पत्रों से नौकरी पाने वालों का विरोध किया। प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने आरक्षित वर्ग के जनप्रतिनिधियों से मामले में चुप्पी तोड़ने की मांग की है। पुलिस ने इस मामले में 29 प्रदर्शनकारी युवाओं को गिरफ्तार किया है। सभी पर आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की है। विधानसभा रोड थाना क्षेत्र का मामला है।
छत्तीसगढ़ की सड़कों पर पूरी तरह नंगे हो गए युवा, प्रदर्शन के बीच गुजरा मंत्रियों का काफिला: कॉन्ग्रेस सरकार पर SC-ST की नौकरी दूसरों को देने का आरोप

छत्तीसगढ़ के SC-ST युवक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार (18 जुलाई, 2023) की सुबह को राज्य की सड़कों पर तब अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला जब दलित-जनजातीय समाज के युवकों ने नग्न होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी युवक पूरी तरह नग्न थे और राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। बता दें कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं और राज्य में इस साल विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं।

रायपुर की सड़कों पर 50 से भी अधिक SC-ST युवकों ने विरोध प्रदर्शन किया। ये युवक पूरी तरह नंगे होकर नारेबाजी कर रहे थे, आसपास से गुजरने वाले लोग भी इन्हें देख कर आश्चर्यचकित थे। पुलिस-प्रशासन इन्हें हटाने के लिए प्रयास करता रहा। इन युवकों का कहना है कि आरक्षित सीटों पर बिना आरक्षण वाले अभ्यर्थियों को नौकरी दे दी गई है। इन युवकों ने अमानसिवनी से विधानसभा की तरफ मार्च किया। इन्होंने अपने हाथों में तख्तियाँ ले रखी थीं।

 

इन तख्तियों पर फर्जी जाति प्रमाण-पत्र बनाए जाने के आरोप लगाते हुए नारे लिखे हुए थे। कुछ युवकों ने इन तख्तियों को ऊपर उठा रखा था तो कुछ ने इसका इस्तेमाल अपने प्राइवेट पार्ट्स को ढँकने के लिए किया क्योंकि वो पूरी तरह नंगे थे। विधानसभा के पास बैरिकेडिंग कर के पुलिस तैनात थी, जिसने प्रदर्शनकारी युवकों को हिरासत में ले लिया। युवकों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में गैर-आरक्षित लोग ऊपर से नीचे तक नौकरियों में आरक्षित सीटों पर कब्जे किए बैठे हैं।

प्रदर्शनकारी युवकों ने इससे पहले प्रेस रिलीज भी जारी किया था, जिसमें निर्वस्त्र प्रदर्शन की बात कही भी गई थी। विधानसभा का अभी सत्र भी चल रहा है और इलाके में VIP मूवमेंट भी था। नेताओं के काफिले के पीछे भी ये प्रदर्शनकारी भागे। कॉन्ग्रेस इसे डॉ रमन सिंह के मुख्यमंत्रीत्व काल का मामला बता रही है, जबकि युवक पूछ रहे हैं कि साढ़े 4 सालों में कॉन्ग्रेस ने इस पर क्या किया। मई 2022 में इन युवकों ने इसी मामले को लेकर अनशन भी किया था।

भाजपा के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति मोर्चा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ में अनुसूचित वर्गों के साथ शोषण का दर दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा हैं! विधानसभा के मॉनसून सत्र के बीच राजधानी की सड़कों पर एसटी-एससी वर्ग के युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया गया है। मंत्रियों का काफिला सड़कों से गुजर रहा था। फर्जी जाति प्रमाण पत्र से नौकरी करने वालों पर कार्रवाई की माँग को लेकर एससी-एसटी वर्ग के युवाओं ने ये प्रदर्शन किया है।”

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