चुनाव आयोग के अनुसार, जिला परिषद की कुल 240 में से 96 सीटों और ग्राम पंचायत की 8,291 सीटों में से 5,410 पर बीजेपी निर्विरोध जीती है।
ईटानगरः अरूणाचल प्रदेश में आज कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए पंचायत और निगम चुनाव के लिए मतगणना जारी है. राज्य चुनाव आयुक्त हेग कोजिन ने बताया कि 142 जिला परिषद सीटों और 1670 ग्राम पंचायत क्षेत्रों, दो शहरी निकायों, ईटानगर नगर निगम और पासीघाट नगर निगम के 28 वार्डों में से 23 के लिए सुबह मतगणना प्रारंभ हुई.
22 दिसंबर को हुआ था मतदान
राज्य में 22 दिसंबर को ग्रामीण एवं स्थानीय निकाय चुनाव में 73 फीसद मतदान हुआ था. कोजिन ने कहा, ‘‘ कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच 40 केंद्रों पर पंचायत और नगर निगम चुनाव के मतों की गिनती चल रही है. अधिकारियों को कोविड-19 के नियमों का पालन करने को कहा गया है.
पासीघाट निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत, ईटानगर नगर निगम में जद (यू) को नौ सीटें
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी को 20 सीटों वाले ईटानगर नगर निगम के चुनाव में 10 सीटें मिली हैं जबकि जदयू को नौ और एनपीपी के हिस्से में एक सीट आई है। बीजेपी को बहुमत से एक सीट कम मिली है।
ईटानगर
अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट नगर परिषद (पीएमसी) की आठ में से छह सीटें जीत कर बीजेपी ने स्थानीय निकाय का शासन कांग्रेस से छीन लिया है। वहीं ईटानगर में हुए नगर निगम चुनाव (आईएमसी) में पहली बार हिस्सा लेने वाली पार्टी जद (यू) को नौ सीटें मिली हैं।
पीएमसी की आठ में से छह सीटें बीजेपी ने जीतीं
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी को 20 सीटों वाले ईटानगर नगर निगम के चुनाव में 10 सीटें मिली हैं जबकि जदयू को नौ और एनपीपी के हिस्से में एक सीट आई है। बीजेपी को बहुमत से एक सीट कम मिली है।
राज्य निर्वाचन आयोग की सचिव न्याली एते ने बताया कि आईएमसी में बीजेपी को मिली 10 सीटों में से पांच पर उसके उम्मीदवार निर्विरोध जीते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में जिला परिषद की 142 सीटों में से अब तक सामने आए 137 सीटों के नतीजों में बीजेपी ने 121 पर विजय प्राप्त की है जबकि कुल 8215 ग्राम पंचायत सदस्यों में से बीजेपी ने 2,688 सीटों पर जीत दर्ज की है।
पीएमसी चुनाव 2013 में सात सीटें जीतने वाली कांग्रेस को इस बार सिर्फ दो सीटें मिली हैं। वहीं आईएमसी चुनाव में कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका। स्थानीय निकाय चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) का प्रदर्शन काफी मायने रखता है क्योंकि अरुणाचल प्रदेश में उसके सात में से छह विधायक एक दिन पहले ही बीजेपी का दामन थाम चुके हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जद (यू) ने 2019 में अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और सात सीटों पर उसे जीत मिली थी। बीजेपी (41 सीटें) के बाद वह राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वर्ष 2013 में पीएमसी में 12 और आईएमसी में 30 सीटें थीं लेकिन वार्डों के परिसीमन के बाद दोनों निकायों में सीटें घट गईं।
पिछले चुनाव में पीएमसी में कांग्रेस को सात सीटें मिली थीं, बीजेपी को दो और निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीटें मिली थीं। आईएमसी चुनाव 2013 में कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं। वहीं राकांपा को चार, बीजेपी को तीन, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल और निर्दलीय को एक-एक सीट मिली थी। अरुणाचल प्रदेश में विभिन्न कारणों से स्थानीय निकाय चुनाव दो साल से भी ज्यादा देरी से हुए हैं।