मध्य प्रदेश के दमोह जिले में भाजपा विधायक के जन्मदिन पर आयोजित सार्वजनिक समारोह के मौके पर खूनी संघर्ष हो गया। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक विधायक प्रतिनिधि तो दूसरा अतिथि शिक्षक था। संघर्ष के वक्त विधायक धर्मेंद लोधी घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे।
दमोह जिले में लगातार हत्याओं का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दिनों नरसिंहगढ़ में दिनदहाड़े एक अधेड़ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं शुक्रवार की रात जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह की जन्मदिन की पार्टी के दौरान नोहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत वनवार चौकी खेर माता मंदिर के पास गोली चलने से दो लोगों की मौत हो गई। हालांकि घटना के समय विधायक वहां नहीं थे, वह रात करीब 8 बजे वहां से जा चुके थे। नोहटा थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि यह घटना शुक्रवार रात्रि करीब 10 बजे की है, दो पक्षों के विवाद के चलते मोनू उर्फ जोगेंद्र राजपूत ओर अरविन्द जैन विधायक प्रतिनिधि की घटना स्थल पर मौत हो गई। बताया गया विधायक प्रतिनिधि अरविंद पिता स्वर्गीय ओमप्रकाश (गुड्डा) जैन 30 जिसका नाम वनवार चौकी में पुरानी हिस्ट्री शीटर गुंडा सूची में दर्ज है और जिला वदल की कार्यवाही कलेक्टर के समक्ष जारी थी।
एक की मौत गोली लगने से दूसरे को पत्थर-डंडे से पीटा गया
दमोह जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हेमंत चौहान ने शनिवार को बताया कि मृतकों की पहचान अरविंद जैन (30) और जोगेन्द्र सिंह (30) के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच के मुताबिक सिंह की मौत गोली लगने से हुई, जबकि जैन को कुछ लोगों ने पत्थर और डंडे से पीटकर मार डाला।
बनवार गांव में था कार्यक्रम
एसपी चौहान ने बताया कि जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर नोहटा थाना क्षेत्र के बनवार गांव में शुक्रवार रात विधायक धमेन्द्र लोधी के जन्म दिन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में जैन और सिंह के बीच कथित तौर पर एक विवाद हुआ था। बताया जाता है कि जैन विधायक प्रतिनिध थे, जबकि सिंह अतिथि शिक्षक थे।
आरोपियों की पहचान नहीं हुई
एसपी ने कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है और अभी तक किसी भी आरोपी की पहचान नहीं हुई है। पुलिस के अनुसार घटना के वक्त जबेरा से विधायक लोधी मौके पर मौजूद नहीं थे।
राष्ट्रपति के दौरे के बीच घटना
वहीं, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय टंडन ने जिले में आपराधिक घटनाओं की वृद्धि के लिये पुलिस की निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराया है। टंडन ने कहा कि यह घटना ऐसे समय हुई है, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की रविवार की यहां की यात्रा के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।प्रदेश भाजपा सचिव राजनीश अग्रवाल ने इस घटना के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।