बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने साफ कर दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में BSP न तो इंडिया गठबंधन में शामिल होने जा रही है और न ही पार्टी कोई तीसरा मोर्चा बनाने जा रही है। मायावती ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आगमी चुनाव में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर यह ऐलान किया।
मायावती ने कहा, बीएसपी देश में लोकसभा का आम चुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है। ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह फेक व गलत न्यूज़ है। उन्होंने कहा, मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए, लोग भी सावधान रहें। उन्होंने कहा, ख़ासकर यूपी में बीएसपी की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बीएसपी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल है।
इंडिया गठबंधन में शामिल होने की थी अटकलें
बता दें, बीएसपी के इंडिया गठबंधन में शामिल होने की अटकलें थीं। कांग्रेस खेमे की ओर से लगातार इसके लिए प्रयास भी किया जा रहा था। हालांकि, मायावती ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह लोकसभा चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगी, बल्कि अपने दम पर तमाम सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी। अब मायावती ने एक बार फिर से यह बात दोहराई है।
2019 में जीती थीं 10 सीटें
बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने गठबंधन के तहत 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी को 19.03 प्रतिशत वोट मिला था। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी शून्य पर सिमट गई थी और मायावती का एक भी प्रत्याशी जीत हासिल नहीं कर सका था। 2009 में बीसपी ने 20 सीटों पर जीत हासिल की थी, पार्टी को 27.04 प्रतिशत वोट शेयर हासिल हुआ था।