पाकिस्तान के लाहौर में एक 70 वर्षीय मौलाना का सेक्स वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में मौलाना मदरसे के एक छात्र के साथ यौन संबंध बनाते दिख रहा है। वीडियो को संज्ञान में लेते हुए लाहौर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले में पीड़ित छात्र का कहना है कि मदरसे ने उसके परीक्षा देने पर रोक लगा दी थी। ऐसे में उसने मुफ्ती से मदद माँगी तो उसने बदले में सेक्स कर खुश करने को कहा। लेकिन लगातार उसके साथ संबंध बनाने के बावजूद मौलवी ने कुछ किया, बल्कि और सेक्स की डिमांड करता रहा।
छात्र का यौन शोषण करने वाले मुफ्ती की पहचान अजीजुर रहमान के तौर पर हुई है। वह लाहौर में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम का उपाध्यक्ष था। उसके विरुद्ध 17 जून को नॉर्थ कैंट थाने में पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध) और धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पीड़ित छात्र ने बताया कि उसे 2013 में लाहौर के जामिया मंजूरुल इस्लामिया में प्रवेश मिला था। इसके बाद उसने यह भी बताया कि परीक्षा के दौरान मुफ्ती रहमान ने उस पर और एक अन्य छात्र पर चीटिंग का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद पीड़ित को तीन साल के लिए वफाकुल मदारिस में परीक्षा देने पर रोक लगा दी गई।
छात्र बताता है,
“मदरसे के इस फैसले के बाद मैंने मुफ्ती अजीजुर रहमान से रहम की गुहार लगाई। पहले तो वह अपने फैसले पर टिके रहे। बाद में उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं उनके साथ सेक्स कर उन्हें खुश करता हूँ तो वह कुछ सोच सकते हैं। उनके इस प्रस्ताव के बाद मेरे पास अपना यौन उत्पीड़न करवाने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। मुफ्ती रहमान ने मेरे से वादा किया था कि सेक्स के बाद मेरे ऊपर लगे प्रतिबंधों को हटा दिया जाएगा। इतना ही नहीं, मुफ्ती ने यह भी कहा था कि वह मुझे परीक्षा में पास भी कर देगा। इस दौरान तीन साल तक हर शुक्रवार को मेरे साथ सेक्स करने के बावजूद मुफ्ती ने कुछ नहीं किया। उसने और सेक्स की डिमांड करते हुए मुझे ब्लैकमेल तक करना शुरू कर दिया।”
Protector of the sanctity of Prophethood, Mufti Azizur Rehman, whose sexual assault video is viral, says “why didn’t the victim (seminary student) ‘moan’ during that act”?!
That’s the kind of breed running the religious shows on the streets of Pakistan 🇵🇰!! #MuftiAzizurRehman pic.twitter.com/zevvUdqYAz
— Jimmy (@A_Rizvi110) June 16, 2021
बता दें कि सोशल मीडिया पर मुफ्ती का ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद जामिया मंजूरुल इस्लामिया के प्रशासन ने मुफ्ती रहमान को पद से हटा दिया। वहीं पाकिस्तान के कई अन्य मौलवी इस घटना पर नाराजगी दिखा रहे हैं। पीड़ित छात्र का कहना है कि अब उसे मुफ्ती रहमान और उनके बेटों से धमकी मिल रही है। वह कहता है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगा।
पीड़ित ने यह भी बताया कि उसने इस संबंध में मदरसा प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने उस पर विश्वास नहीं किया। अजीजुर रहमान मदरसे का बड़ा और पाक समझा जाने वाला मौलवी था। इस कारण प्रशासन ने छात्र पर ही झूठा बयान देने का आरोप लगा। जब कहीं से छात्र की कोई सुनवाई नहीं हुई तो उसने मुफ्ती का वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे वफाकुल मदारिस अल अरब नाजिम को दिखाया। इसके बाद मुफ्ती रहमान ने उसे धमकी देना शुरू कर दिया।