पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने महागठबंधन के सहयोगी दलों के साथ चर्चा किए बगैर अपनी पार्टी राजद के उम्मीदवारों का ऐलान किया जाने लगा है। ऐसे में कहा जाए तो लालू यादव ने बिहार में कांग्रेस को उसकी औकात दिखा दी है। कांग्रेस के द्वारा कम से कम 10 लोकसभा सीट की मांग की जा रही थी। जबकि राजद उसे 6 लोकसभा सीट से ज्यादा देने के मूड में नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद ने कांग्रेस को 9 सीट दी थी, जिसमें से एक पर जीत हासिल हुई थी। लेकिन इस बार लालू यादव कांग्रेस को किसी भी तरह तवज्जो देते हुए दिखाई नही दे रहे हैं। राजद के द्वारा गुपचुप तरीके से टिकट बांटे जाने की खबर पाकर दिल्ली से दौड़े आए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह को लालू यादव ने ज्यादा भाव भी नही दिया।
इस बीच औरंगाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की मंशा पाले निखिल कुमार के अरमानों पर लालू ने पानी फेर दिया। वहां से अपना उम्मीदवार उतार दिया। उसी तरह जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार का लोकसभा चुनाव में पत्ता साफ हो गया है। कन्हैया के लिए बेगूसराय की सीट मांग रही कांग्रेस को लालू यादव और तेजस्वी यादव ने करारा झटका दिया है। राजद ने भाकपा को बेगूसराय सीट दे दिया है।
भाकपा ने इस सीट से पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बता दें कि बेगूसराय सीट से पिछले चुनाव में कन्हैया कुमार भाकपा उम्मीदवार बन कर लड़े थे। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गये थे। राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कन्हैया कुमार के लिए कांग्रेस बेगूसराय सीट मांग रही थी। लेकिन राजद ने उसका कोई नोटिस नहीं लिया। वैसे भी राजद कांग्रेस को झटका पर झटका देते जा रही है। राजद ने गया, औरंगाबाद, नवादा और जमुई में अपने उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया है। जबकि कांग्रेस नवादा और औरंगाबाद सीट मांग रही थी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह नवादा सीट से अपने बेटे को चुनाव लड़ाना चाह रहे थे, लेकिन लालू यादव ने उनकी नहीं सुनी। सूत्रों की मानें तो कटिहार सीट पर भी राजद अपना उम्मीदवार उतारने के मूड में है, जबकि कांग्रेस इस सीट से तारिक अनवर को चुनाव मैदान में उतारना चाहती है। उधर, लालू के रूख से हैरान कांग्रेस ने आज कहा कि उसे एक-दो दिनों में सीट शेयरिंग हो जाने की उम्मीद है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने मीडिया से कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि राजद ने अपने उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया है। जबकि इसकी तस्वीर और वीडियो दो दिन से सार्वजनिक है।