Saturday, December 21, 2024
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(LIVE VIDEO) इमरान खान पर गोलियों की बौछार,एक की मौके पर मौत

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रैली में गुरुवार को फायरिंग हुई है। इस जानलेवा हमला में इमरान खान को गोली लगी है। हमले में पूर्व प्रधानमंत्री सहित चार लोग जख्मी हुए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री को लाहौर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हमला वजीराबाद के पास के पास हुआ। घायल होने वालों में इमरान खान के अलावा फैसल जावेद और अहमद चट्टा शामिल हैं। इस हमले में घायल सीनेटर फैसल जावेद ने बताया कि इस हमले में एक पार्टी लीडर की मौत भी हो गई है। फवाद चौधरी ने बताया कि इमरान खान के पैर में गोली लगी है। पंजाब के मुख्यमंत्री परवेज इलाही ने पूर्व प्रधानमंत्री पर हुए हमले की जांच का आदेश दे दिया है। उन्होंने राज्य के आईजी से रिपोर्ट तलब की है। उधर, एक हमलावर को अरेस्ट भी कर लिया गया है।

लॉन्ग मार्च लेकर इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर गुजरांवाला के अल्लाहवाला चौक पर हमला हो गया। एक शख्स ने उनके कंटेनर पर उस वक्त फायरिंग की जब वह समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। गोलीबारी की आवाज से रैली में हड़कंप मच गया और कई लोग घायल हो गए। चूंकी हमलावर ने कंटेनर के नीचे से ऊपर की ओर फायरिंग की थी इसलिए गोलियां पीटीआई नेताओं के पैर में लगीं। शख्स ने कई गोलियां चलाईं जिसमें इमरान खान सहित कई लोग घायल हो गए। खबरों के मुताबिक इमरान खान के पैर में गोली लगी जिसके बाद उन्हें बुलेटप्रूफ कार में अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट जियो न्यूज पर चश्मदीदों ने बताया कि हमलावर इमरान खान के काफिले का इंतजार कर रहा था। वह कंटेनर के काफी नजदीक था। जैसे ही कंटेनर पास पहुंचा, उसने उसके ऊपर खड़े इमरान खान और उनकी पार्टी के नेताओं पर हमला कर दिया। हमला नीचे से होने के कारण गोलियां कंटेनर के ऊपर खड़े नेताओं के पैरों पर लगी। इस हमले में इमरान खान को भी गोली लगी। जब इमरान को कंटेनर से उतारा गया, तो उनके पैर पर पट्टी बंधी हुई थी। जियो न्यूज के मुताबिक इस हमले में फवाद चौधरी और फैसल जावेद भी घायल हुए हैं।

सात दिन से चल रहा विरोध प्रदर्शन
इस्लामाबाद की ओर चल रहे सरकार विरोधी लॉन्ग मार्च का नेतृत्व कर रहे पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने इससे पहले कहा कि चुनाव की तारीख की घोषणा होने तक विरोध 10 महीने तक जारी रहेगा। द न्यूज ने बताया कि पहले, योजना 4 नवंबर तक संघीय राजधानी तक पहुंचने की थी, जिसे बाद में 8-9 नवंबर और फिर 11 नवंबर तक संशोधित किया गया था। मार्च गुरुवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गया।
चोरों’ के दास बनने से मरना बेहतर
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, खान ने कहा, ‘हमारा आंदोलन अगले 10 महीनों तक चुनाव की तारीख की घोषणा होने तक जारी रहेगा। हम इन चोरों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा कि ‘चोरों’ के दास बनने से मरना बेहतर है। पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने तब घोषणा की थी कि पार्टी ‘सरकार को थका देने तक’ के लिए तारीखें बदलती रहेगी। इस साल की शुरुआत में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए बाहर किए जाने के बाद पीटीआई अध्यक्ष का इस्लामाबाद की ओर यह दूसरा मार्च है।

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