अयोध्या में साधुओं ने नहीं छेड़ी कोई लड़की, इस्लामी पत्रकारों ने झूठ फैलाया: जाँच के बाद UP पुलिस ने सच बताया, रील के कारण हुआ विवाद
उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाइक सवार 2 साधुओं को कुछ लोगों से वाद-विवाद करते देखा जा सकता है। हिन्दू विरोधी अफवाह उड़ाने के लिए पहले से ही कुख्यात ज़ाकिर अली त्यागी और कविश अज़ीज़ जैसे हैंडलों से दावा किया गया है कि दोनों साधु महिलाओं से छेड़खानी कर रहे थे। इन्होने साधुओं पर एक व्यक्ति को पीटने का भी आरोप लगाया है। ऑपइंडिया ने इन दावों की जमीनी स्तर पर पड़ताल की।
वायरल वीडियो में एक बाइक पर सवार 2 साधु दिखाई दे रहे हैं। तीसरा साधु सड़क पर है। कुछ लोगों से बाइक सवार साधुओं की पहले बहस होती है। बाद में एक साधु की वीडियो बना रहे युवक से हाथापाई भी होती है। वीडियो बना रहा युवक साधुओं पर लड़कियों को छेड़ने का आरोप लगाता सुनाई दे रहा है। सड़क पर खड़ा तीसरा साधु बीच बचाव करता दिख रहा है। थोड़ी देर के झगड़े के बाद दोनों साधु बाइक से लौट जाते हैं।
लगभग 2 मिनट 6 सेकेण्ड लम्बे इस वीडियो को ज़ाकिर अली त्यागी ने 23 अक्टूबर को शेयर किया है। उसने अपने कैप्शन में लिखा, “अयोध्या में 2 साधुओं ने लड़की के साथ की छेड़छाड़ की तो हुई सरेआम धुनाई, साधुओं ने बाद में छेड़छाड़ का विरोध करने वाले युवक की भी पिटाई की, लड़की के साथ छेड़छाड़ करने के बाद बाइक पर भागे साधू।”
ज़ाकिर अली के साथ हिन्दू विरोधी अफवाहों का ही एजेंडा चलाने वाली कविश अज़ीज़ ने भी इसी वीडियो को शेयर किया है। कविश अज़ीज़ ने लिखा, “मतलब बिना मुसलमान के कुछ नहीं हो सकता। अयोध्या में तीन साधू लड़की छेड़ते पकड़े गए तो राहगीरों ने पिटाई कर दिया, बाबा की जब धुनाई होने लगी तो कहने लगे ‘इसीलिए मुसलमान हावी है’ मतलब लड़की छेड़ते हुए पकड़े गए अगर कोई कूट दे तो वहाँ भी धर्म का कार्ड खेलना है।”
अयोध्या पुलिस ने बताई सच्चाई
अयोध्या पुलिस ने इस पूरे मामले की असलियत बताई है। एडिशनल एसपी अयोध्या ने गुरुवार (22 अक्टूबर) को बताया कि घटना थानाक्षेत्र कैंट की है। घटनास्थल पंचमुखी हनुमान मंदिर तिराहा बताया गया। जब पुलिस ने जानकारी की तो पता चला कि एक पक्ष बाइक से वीडियो रील बनाता हुआ जा रहा था। रील बनाने पर दूसरे पक्ष ने कुछ टिप्पणी की जिस से दोनों पक्षों में वाद-विवाद हो गया। यही वाद-विवाद बाद में हाथापाई में बदल गया।
एडिशनल एसपी ने साफ तौर पर कहा कि इस पूरे मामले में छेड़खानी जैसी कोई घटना नहीं घटित हुई है। पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया है। इनके खिलाफ जरूरी कानूनी कार्रवाई की गई है। अयोध्या पुलिस ने अपने मीडिया सेल में साफ तौर पर भ्रामक सूचना न फैलाने की हिदायत दी है।
सफाई के बावजूद नहीं सुधरा ज़ाकिर
अयोध्या पुलिस की सफाई के बावजूद अपने नाम में त्यागी लगाने वाला ज़ाकिर अली बाज नहीं आया। पोल खुलने के बाद उसने एक फैक्ट चेक करने वाले हैंडल को अपशब्द बोले। ज़ाकिर ने लिखा, “अबे अपना फ़र्ज़ी एनालिसिस अपने पिछवाड़े में घुसेड़ ले!”
ज़ाकिर अली ने अपने इस अपशब्द वाले ट्वीट में 2 अलग-अलग समाचार संस्थानों के स्क्रीनशॉट भी अटैच किए हैं। इन दोनों खबरों की हेडलाइन में भी ज़ाकिर के दावों से मिलती जुलती हेडलाइन लिखी हुई है।