विकास की जान उनके बिजनेस पार्टनर यूनुस अंसारी ने ली। यूनुस ने न केवल उनको मारा बल्कि उनके शव के टुकड़े कर करके उसे रीवा के दुधमातिया जंगल में भी फेंक दिया।
मध्य प्रदेश के रीवा में विकास गिरी नाम के एक व्यक्ति की निर्मम हत्या का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि विकास की जान उनके बिजनेस पार्टनर यूनुस अंसारी ने ली। यूनुस ने न केवल उनको मारा बल्कि उनके शव को रीवा के दुधमुनिया जंगल में ले जाकर फेंक दिया। बाद में मीडिया ने बताया कि पुलिस को जंगल से विकास के 80 टुकड़े बरामद हुए हैं।
पिछले साल 3 अक्टूबर 2021 को विकास के अचानक लापता होने के कारण उनके पिता ने पुलिस में कंप्लेन दी थी, लेकिन बहुत खोजबीन के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चला। केस का खुलासा उस वक्त हुआ जब जंगल से एक इंसानी कंकाल बरामद हुआ और उसके पास से विकास गिरी का आधार कार्ड पड़ा मिला।
नरकंकाल मिलने के बाद विकास के पिता ने इस केस में हत्या का आरोप लगाकर इस केस को दर्ज करवाया और पुलिस ने 9 महीने बाद जाकर 14 नवंबर को यूनुस को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि यूनुस ने अपने जीजा सिरताज मोहम्मद के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था।
जंगल से मिली 80 हड्डियाँ
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विकास गिरी मऊगंज से 3 अक्टूबर 2021 को लापता हुए थे। मिसिंग कंप्लेन होने के बाद से पुलिस उन्हें तलाशने में जुटी थी। लेकिन, उनके बारे में 4 महीने बाद पता चला जब चरवाहों को नरकंकाल मिला। मीडिया में दावा किया गया कि विकास के 80 टुकड़े करके फेंके गए। हालाँकि रीवा रियासत की रिपोर्ट बताती है कि 80 टुकड़े नहीं बल्कि 80 हड्डियाँ मिली थीं जिन्हें सबूत के तौर पर कलेक्ट किया गया और उन्हीं की जाँच करवाई गई।
यूनुस अंसारी ने क्यों की हत्या?
आरोपित यूनुस अंसारी ने हत्या का कारण बताते हुए कहा कि वो और विकास दोनों अच्छे दोस्त थे। दोनों को साथ में प्लांटेशन का ठेका मिलता था। इसी सिलसिले में विकास उसके घर आता था। जहाँ विकास का यूनुस की तीन बहनों में से एक शादीशुदा बहन के साथ अफेयर हो गया।
3 अक्टूबर की शाम 6 बजे विकास गिरी यूनुस के घर में देशी अंडा लेकर आया था। तब, यूनुस और उसका जीजा सिरताज जंगल में घूमने गए थे। करीबन 8 बजे बजे दोनों घर में लौटे तो विकास 19 वर्षीय बड़ी बहन के साथ दिखा। इसके बाद उन्होंने विकास के सिर पर डंडा मारकर उसे मारा और उसके मरने के बाद शव को रस्सी से बाँधकर जंगल में छिपा दिया।