असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उदयपुर में सिर काटने की घटना पर राजस्थान सरकार पर एक स्पष्ट कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर यह घटना उनके राज्य में हुई होती, तो ‘हर कोई जानता है क्या हो सकता था।’ मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में कथित रूप से सामग्री पोस्ट करने के लिए दो लोगों द्वारा दर्जी कन्हैया लाल का सिर कलम करने के कुछ दिनों बाद आई है।
असम के मुख्यमंत्री ने कन्हैयाल लाल की हत्या को लेकर सवाल पूछे जाने पर कहा, ‘इसका जवाब उदयपुर में होगा। मुझसे इस बारे में यहां पूछने से क्या फायदा होगा? अगर वह घटना असम में हुई होती तो सभी जानते हैं कि क्या होता।’
अदालत में प्रस्तुत एक हलफनामे के अनुसार, वर्तमान असम सरकार ने अपराधियों, बलात्कारियों और ड्रग माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
पिछले एक साल में पुलिस कार्रवाई में लगभग 59 अपराधी मारे गए और कई अन्य घायल हुए हैं।
वीडियो में दिखे हमलावर
वीडियो में हमलावरों ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद के रूप में की है। वीडियो में, रियाज 47 वर्षीय कन्हैया लाल पर धारदार हथियार से हमला करते हुए दिखाई दे रहा है, जबकि दूसरे हमलावर मोहम्मद ने अपने मोबाइल फोन पर इस वीडियो को रिकार्ड किया। कथित तौर पर पीड़ित ने हाल ही में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने वाली भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया था। रियाज और घोष को राजसमंद जिले के भीम से गिरफ्तार किया गया था।
बुधवार को कन्हैया लाल का हुआ अंतिम संस्कार
आरोपियों को फांसी की सजा की मांग को लेकर लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी में बुधवार को उदयपुर में कन्हैया लाल का अंतिम संस्कार किया गया।
भारी पुलिस सुरक्षा के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया।