मालदीव सरकार ने कहा है कि मंत्री द्वारा की गयी टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है. इस तरह की भाषा सरकार की नहीं है.
कैसे हुई विवाद की शुरुआत?
दरअसल PM मोदी ने अपने लक्ष्यद्वीप दौरे के अनुभव को एक्स पर साझा किया था. जिसमें पीएम ने लिखा था, ‘‘जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए. मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की. यह कितना उत्साहजनक अनुभव था!”पीएम मोदी का ये पोस्ट काफी वायरल हुआ था और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने लक्षद्वीप को मालदीव का वैकल्पिक पर्यटन स्थल कहा था. जिसके बाद से मालदीव सरकार के नेताओं की ओर से आपत्तिजनक टिप्पणियां आ रही हैं.
भारत में लोगों ने किया था कड़ा विरोध
मंत्री के बयान पर भारत में इसका कड़ा विरोध देखने को मिला था. कई फिल्म स्टार और क्रिकेटरों ने ट्वीट कर बयान की निंदा की थी. फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने एक्स पर लिखा है कि मालदीव की प्रमुख हस्तियों द्वारा भारतीयों पर घृणित और नस्लवादी टिप्पणियाँ की गईं है. आश्चर्य है कि वे ऐसा उस देश के लिए कर रहे हैं जो उन्हें सबसे अधिक संख्या में पर्यटक भेजता है. हम अपने पड़ोसियों के प्रति अच्छे हैं लेकिन हमें ऐसी अकारण नफरत क्यों बर्दाश्त करनी चाहिए? मैंने कई बार मालदीव का दौरा किया है और हमेशा इसकी प्रशंसा की है, लेकिन गरिमा पहले है. आइए हम भारतीय द्वीपों खोजे और अपने देश के पर्यटन को बढ़ावा दें.