हिंदुओं के खिलाफ,ना अगड़ा ना पिछड़ा ना दलित ना आदिवासी…सब हिंदू
कोच्ची: भारत में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के समर्थक देखे गए हैं। जिस तरह हमास के आतंकी, इजराइल में यहूदियों को ख़त्म करने के लिए लड़ रहे हैं, वैसे ही हमास ने अब भारत के मुस्लिमों को हिन्दुओं के खिलाफ लड़ने के लिए उकसाया है। दरअसल, केरल के मल्लपुरम में फिलिस्तीन के समर्थन में निकाली रैली में फिलिस्तनी आतंकी संगठन हमास के नेता खालिद मशेल के वर्चुअल संबोधन से देशभर में बवाल मच गया है।
वोट बैंक की सियासत के कारण कई राजनितिक दलों ने इस पर चुप्पी साध रखी है, क्योंकि हमास की निंदा करना यानी मुस्लिम समुदाय को नाराज़ करना है। ये बात हम कांग्रेस द्वारा फिलिस्तीन मुद्दे पर लिए गए यू टर्न में भी देख चुके हैं, जब कांग्रेस ने इजराइल पर हुए हमले की निंदा की थी, तो उसके मुस्लिम समर्थक भड़क गए थे और कांग्रेस को वोट न देने की धमकी दे दी थी। इसके बाद कांग्रेस ने उसी दिन यू टर्न लेते हुए अपनी वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रस्ताव पास कर दिया था, उसमे कहीं भी कांग्रेस ने इजराइल पर हुए आतंकी हमले का जिक्र नहीं किया था। कांग्रेस ने ये कहते हुए प्रस्ताव पारित किया था कि, फिलिस्तीन की जमीन पर इजराइल का कब्ज़ा है, लेकिन यही कांग्रेस कभी ये प्रस्ताव पारित नहीं कर पाई कि, PoK पर पाकिस्तान का कब्ज़ा है, क्योंकि इससे भी मुस्लिम समुदाय के नाराज़ होने का खतरा है। दरअसल, अधिकतर मुस्लिम कश्मीर को आज़ाद करने के पक्ष में हैं, वे 370 हटाने का भी विरोध करते हैं और कांग्रेस भी वही करती है। पार्टी, कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र (UN) में ले जाकर सुलझाने की बात कहती है, लेकिन हज़ारों किमी दूर इजराइल ने फिलिस्तीन पर कब्जा कर रखा है, इसकी घोर निंदा करती है।
वहीं, केरल में हमास के आतंकी के भाषण पर भाजपा आगबबूला है और उसने इस पर एक्शन की मांग की है। आतंकी संगठन हमास के नेता खालिद मशेल ने शुक्रवार को मलप्पुरम में सॉलिडेरिटी युवा आंदोलन द्वारा आयोजित युवा प्रतिरोध रैली में वर्चुअली हिस्सा लिया था। बता दें कि, एकजुटता युवा आंदोलन जमात-ए-इस्लामी की ही एक शाखा है, जिसने इस रैली का आयोजन किया था। इसमें “बुलडोजर हिंदुत्व और रंगभेदी यहूदीवाद को उखाड़ फेंको” के नारे लगाए गए। केरल भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने हमास नेता की भागीदारी पर गुस्सा प्रकट करते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।
इसका एक पोस्टर भी सामने आया है, जिसमे आतंकी संगठन हमास का नेता खालिद मशेल दिख रहा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा है कि, ‘केरल के मल्लापूरम में सॉलिडेरिटी कार्यक्रम में आतंकी संगठन हमास नेता खालिद मशेल का शामिल होना बेहद चिंताजनक है। कहां है सीएम पिनरई विजयन और केरल पुलिस? ‘फिलिस्तीन बचाओ’ की आड़ में, वे एक आतंकवादी संगठन हमास और उसके नेताओं को ‘योद्धा’ के रूप में महिमामंडित कर रहे हैं .. यह अस्वीकार्य है!’
Khaled Mashal, the leader of Hamas, addressed the youth wing of Jamaat-e-Islami in pro – Palestine rally in Malappuram, Kerala.
Malappuram with 71% Muslim population is infamously known as Mini Pakistan. pic.twitter.com/aYR06vjkun
— BALA (@erbmjha) October 28, 2023
कोझिकोड़ में भी हुई थी गाजा के समर्थन में रैली:-
बता दें कि केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के प्रमुख सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने भी गाजा में महिलाओं और बच्चों समेत नागरिकों की कथित हत्याओं की निंदा करते हुए गुरुवार को उत्तरी कोझिकोड में एक विशाल रैली आयोजित की थी। हजारों IUML समर्थकों ने फिलिस्तीन एकजुटता मानवाधिकार रैली में भाग लिया, जिसका उद्घाटन IUML नेता पनाक्कड़ सैयद सादिक अली शिहाब थंगल ने किया.
इस रैली में कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए हमले को ‘आतंकवादी कृत्य’ कह दिया था, जिसके बाद मुस्लिम नाराज़ हो गए थे और थरूर की जमकर आलोचना हुई. इसके बाद केरल में मुस्लिम जमातों के लिए कार्य करने वाले संगठन ‘महल एम्पावरमेंट मिशन’ (MEM) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर को 30 अक्टूबर को यहां होने वाले अपने फिलिस्तीन एकजुटता कार्यक्रम से हटाने का ऐलान कर दिया. हालाँकि, थरूर ने विवाद बढ़ने के बाद सफाई देते हुए कहा भी था कि, वो फिलिस्तीन के साथ हैं, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने किया था इजरायल पर हमला:-
बता दें कि, हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल में चौतरफा आतंकी हमला किया था। इस हमले में 1400 इजरायली नागरिक मारे गए जबकि 200 से अधिक लोगों को हमास के आतंकी बंधक बनाकर अपने साथ ले गए. हमास के आतंकियों ने कई बच्चों की हत्या कर दी, महिलाओं की नग्न लाशें सड़कों पर घुमाई। जिसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की और गाजा पट्टी पर बमबाजी की। वहीं, फिलिस्तीन में हमास के आतंकी भी शांत नहीं हुए हैं. वो इजरायल पर अभी भी तीन मोर्चे से हमला कर रहे हैं. लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से इजराइल पर रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं. फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास को अब लेबनानी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह और फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद का भी समर्थन मिल रहा है, साथ ही अधिकतर मुस्लिम देश भी हमास को मदद दे रहे हैं।
इस हमले के बाद इजरायल ने हमास के पूर्ण खात्मे की कसम खाई है. इजरायल लगातार गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है. इन हमलों में अब तक 7000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है. हालाँकि, इजराइल कई बार आम नागरिकों से गाज़ा खाली करने की अपील कर चुका है, ताकि उसके हमले में किसी आम नागरिक की जान न जाए, लेकिन वे लोग वहां हमास के समर्थन में जमे हुए हैं और इजराइली हमलों का शिकार हो रहे हैं।