Gangster Sukha killed in Canada : कनाडा में खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह सूक्खा की हत्या को लेकर बड़ा बवाल मचा है। कनाडा और भारत के रिश्ते तल्खी के चरम पर जा पहुंचे हैं। अपने देश के पर्यटकों को सलाह देने से लेकर वीजा निलंबन तक बात आ गई है।
आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर पहले राजदूतों की वापसी हो चुकी है। इस सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि ये आतंकी सूक्खा अचानक मारा क्यों गया और फिर का लारेंस गैंग से क्या संबंध है। तो आइए हम आपको समझाते हैं…वैसे आतंक की इस कहानी बहुत कुछ फिल्मी है। इस कहानी में आतंक है, साजिश है, देश है, विदेश है और फिर अंत है।
आतंकी सुक्खा सिंह के मौत की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। सुक्खा ने कनाडा में बैठकर ही भारत में किसी शख्स के बड़े भाई की हत्या कराई। इससे आहत छोटा भाई भारत में इंतजार करता रहा। फिर बदला लेने के लिए उसने में किसी गैंगेस्टर से हाथ मिला लिए।
उसके लिए कुछ दिन काम किया और वह भी फिर किसी माध्यम से कनाडा पहुंच गया। एक साल तक मौत की योजना बनाई और फिर सुबह ही अपने भाई के हत्यारे की हत्या करके बदला ले लिया। अब असल कहानी ये है कि खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह सूक्खा से बदला लेने के लिए लारेंस विश्नेाई गैंग से हाथ मिलाकर गैंगेस्टर गोल्डी बराड़ कनाडा गया था।
कनाडा में फिर उसने अपना गैंग बनाया। फिर आतंकी सुखदूल सिंह सूक्खा को उसके घर में ही घेर कर मार दिया। आतंकी सूक्खा सिंह ने गोल्डी बराड़ के बड़े भाई गुरुलाल बराड़ की हत्या कराई थी। यही वजह है कि गोल्डी बराड़ बदला लने के लिए भारत में कई बड़े कांड किए और फिर कनाडा चला गया। कनाडा हर तरह से खालिस्तानियों की शह दे रहा था तो बराड़ का भी वहां स्वागत हुआ।
फिर बराड़ वहां अपने काम पर लग गया। इसके परिणाम आज सामने है। खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह सूक्खा का घर सुबह 9:30 बजे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दहिना हाथ माने जाने वाले गोल्डी बराड़ के साथियों ने कनाडा में सूक्खा के घर को घेर लिया।
इसके बाद यह सभी मुख्य दरवाज़े से अंदर घुस गए। इसके बाद मुख्य दरवाजे से अंदर जाने के बाद गोल्डी गैंग के लोग सूक्खा को पकड़ लेते हैं। उसे एक कुर्सी से बांध दिया जाता है। फिर उसे बताया जाता है कि वह सभी उसकी हत्या करने जा रहे हैं क्यों क्योंकि उसने बराड़ के बड़े भाई गुरुलाल को मारा था।
कुछ सवाल जवाब के बीच सुक्खा सिंह के सिर में प्वाइंट ब्लैंक रेंज से पिस्टल की नौ की नौ गोलियां खोपड़ी में उतार दी जाती हैं। इस तरह भारत में शुरू हुई बदले की कहानी और कनाडा तक पहुंच जाती है। आतंकी निज्जर की हत्या के बाद कनाडा सरकार भारत विरोधी बयान दे रही थी कि इसी बीच गुरुवार को हुई हत्या ने कनाडा सरकार को हिलाकर रख दिया।
सुखदूल सिंह स्वयं एनआईए द्वारा वांछित था। यह ख़ालिस्तानी आतंकी सरग़ना अर्शदीप सिंह के दाहिना हाथ था। कनाडा भले ही भारतीय की एजेंसियों पर आरोप लगाए लेकिन यह साफ है कि गैंगेस्टरों की यह आपसी लड़ाई है। बात निज्जर से मौत के कनेक्शन की बात तो सूक्खा अर्श का दाहिना हाथ था और अर्श आतंकी हरदीप निज्जर का पूरा खालिस्तानी आतंकी नेटवर्क चलता था।