सावधान रहें जिहादियों ने बहुत पहले से साधुओं का भेष बना कर बड़े बड़े कांड किये हुए हैं….
साधुओं का भेष बना कर लोगों की आस्था से खिलवाड़ करते कई धोखेबाज आपको राह चलते मिल जाएँगे। इनमें से कई को न तो धर्म आदि का ज्ञान होता है और कुछ ऐसे भी होते हैं जिनका संबंध दूर-दूर तक हिंदू धर्म से ही नहीं होता। ऐसे लोग सिर्फ़ भगवा चोला पहन कर दान दक्षिणा को कमाई का स्रोत मानते हैं और निकल पड़ते हैं घर-घर लोगों को बेवकूफ बनाने।
इसी सच्चाई की पोल खोलते सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है। यह वीडियो कब की है, इसकी पुष्टि ऑपइंडिया नहीं करता। लेकिन इसमें देख सकते हैं कि कैसे तीन समुदाय विशेष के युवक भगवा पहनकर जगह-जगह टहल रहे हैं और जब एक युवक इन्हें शक की बिनाह पर पकड़कर पूछताछ करता है तो कैसे अपने नामों का खुलासा करते हुए उलटा उसी से सवाल करते हैं कि आखिर उनकी गलती क्या है उन्होंने कोई चोरी थोड़े की है?
वीडियो में कई बार अपशब्दों का प्रयोग किया गया है। इसे देख-सुन कर साफ पता चल रहा है कि वीडियो बनाने वाला युवक समाज में घट रही ऐसी घटनाओं से चिंतित है और इसलिए उसने पहले भगवा कपड़ों में टहलते इन लोगों को पकड़ा, फिर एक जगह बिठाकर इनसे पूछताछ की। युवक ने जब इनसे इनका नाम पूछा तो एक ने अपना नाम दीवान बताया और दूसरे ने खुद की पहचान अली हुसैन बताई।
युवक पूछता है कि आखिर हिंदुओं का चोला पहन कर वह क्यों घूम रहे हैं। इस पर दीवान कहता है, “तो क्या हुआ भैया कोई चोरी थोड़ी कर रहे हैं।” इन धोखेबाजों के हाव-भाव को देखखर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जैसे इनके लिए व इनके साथियों के लिए ऐसे घूमना आम है।
पकड़े जाने के बाद जहाँ अली हुसैन सिर्फ़ पूछे जाने पर जवाब देता दिखता है वहीं दीवान लगातार सफाई देता नजर आ रहा है। दीवान कहता है कि वह लोग बस ‘माँगते है (माँगने का काम करते हैं)’। इस पर वीडियो बनाने वाला उनकी धोखेबाजी देखकर अपशब्दों का प्रयोग करता है और पूछता है, “यदि ‘माँगते’ भी हो तो हिंदुओं का भेष बनाकर माँगोगे।” युवक दोबारा पूछता है, “दीवान कौन सा नाम होता है अपना आधार कार्ड दिखाओ।”
दीवान यहाँ पहचान पत्र दिखाने से भी मना कर देता है और ये कहकर विश्वास में लेने की कोशिश करता है कि वह झूठ क्यों बोलेगा। इसके बाद युवक अली हुसैन से पहचान पत्र के लिए पूछता है। वह भी कोई पहचान पत्र दिखाने से मना कर देता है।
दोनों बताते हैं कि वह टिकरिया गाँव जिला गोंडा के निवासी हैं। इस पर युवक पुलिस बुलाने की बात करता है। साथ ही उन लोगों को कहता है कि वह लोग तब तक अपना सही एड्रेस दें और किसी पहचानने वाले को बुलाएँ वरना कोतवाली चलें।
युवक उन्हें गाड़ी में बैठकर कोतवाली चलने को कहता है और तीसरे से भी उसका नाम पूछता है। तीसरा भगवा पहनने वाला व्यक्ति अपना नाम सुड्डू बताता है। जब युवक उससे पूछता है कि हिंदू हो या मुसलमान, इस पर भी वह सीधा-सीधा जवाब देने की जगह कहता है, “तुमको क्या लगता है, हम लोगों से क्या गलती हुई।” युवक कहता है कि बस वह ये बताए कि वो हिंदू है या मुस्लिम? सुड्डू एक शब्द में जवाब देता है कि मुसलमान।