Saturday, July 27, 2024
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ये सांसद पैसे लेकर पूछती है सवाल,एक कारोबारी के इशारे पर काम करती है

‘इस कारोबारी के इशारों पर काम करती हैं महुआ मोइत्रा’: लोकसभा अध्यक्ष के पास पहुँची TMC सांसद के खिलाफ शिकायत, आरोप – घूस लेकर संसद में पूछती हैं सव

लोकसभा में अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहने वाली महुआ मोइत्रा पर बड़ा खुलासा हुआ है। महुआ पर आरोप लगे हैं कि वो भले ही TMC की सांसद हैं और कृष्णानगर लोकसभा सीट से जनता द्वारा चुनकर लोकसभा भेजी गई हैं, लेकिन वो पैसों के लिए जनता और राष्ट्र के हित की नहीं बल्कि व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के लिए काम करती हैं। ये आरोप एक मशहूर वकील ने आँकड़ों के साथ लगाए है, जिसपर एक्शन लेने की माँग करते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है।

इस मामले में महुआ मोइत्रा ने पलटवार भी किया है और कहा है कि पहले जिन लोगों पर मैंने आरोप लगाए हैं, उनपर कार्रवाई की जाए, फिर मेरे दरवाजे पर आया जाए।

घूस लेकर सवाल पूछना संसद की अवमानना

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई का हवाला दिया है। अपने पत्र में भाजपा सांसद ने टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा पर लोकसभा में सवाल पूछने के नाम पर घूस लेने का आरोप लगाया है। उसे सदन की अवमानना करार देते हुए उन्होंने लिखा कि इसकी तत्काल जाँच कर कार्रवाई की जाए।

‘संसद में सवाल पूछने के लिए लिए पैसे’

निशिकांत दुबे ने अपने पत्र में लिखा है, “मुझे जय अनंत देहाद्राई, अधिवक्ता का एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने महुआ मोइत्रा पर सवाल के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया है।” बीजेपी सांसद ने पत्र में लिखा है कि एक प्रसिद्ध बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के बिजनेस हितों को ध्यान में रखते हुए सवाल पूछे गए। निशिकांत दुबे ने पत्र में लिखा कि महुआ मोइत्रा के हालिया 61 सवालों में से 50 सवाल ऐसे हैं, जो दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों की रक्षा करने या उन्हें फायदा पहुँचाने के लिए पूछे गए।

‘सदन में चिल्लाने वाली ब्रिगेड’

निशिकांत दुबे ने आगे कहा, “जब भी संसद सत्र होता है, मोहुआ मोइत्रा और सौगत रॉय किसी न किसी बहाने, हर किसी के साथ दुर्व्यवहार करके सदन की कार्यवाही को बाधित करते हैं। मैं और कई अन्य सांसद हमेशा हैरान रहते थे कि महुआ मोइत्रा के नेतृत्व वाली टीएमसी की ‘चिल्लाने वाली ब्रिगेड’ ऐसी रणनीति क्यों अपनाती है, जो मुद्दों पर बहस करने और चर्चा करने के अन्य सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करती है।”

भाजपा सांसद ने कहा कि अब लोकसभा में प्रश्न पूछने के बदले एक व्यवसायी से धन जुटाने और दूसरे व्यावसायिक समूह को निशाना बनाने की महुआ मोइत्रा की मंशा का पर्दाफाश हो गया है।

महुआ मोइत्रा ने किया पलटवार

इस मामले में महुआ मोइत्रा ने प्रतिक्रिया दी है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, “फर्जी डिग्रीवालों और अन्य बीजेपी दिग्गजों के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन लंबित हैं। स्पीकर द्वारा उनसे निपटने के तुरंत बाद मेरे खिलाफ किसी भी प्रस्ताव का स्वागत है।” उन्होंने आगे लिखा, “मैं अडानी कोयला घोटाले में ईडी और अन्य द्वारा एफआईआर दर्ज करने का भी इंतजार कर रही हूँ।”

TMC की सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में विवाद बढ़ रहा है। अब अडानी ग्रुप की ओर से आरोप लगाए गए हैं कि महुआ मोइत्रा उनकी राइवल कंपनी से पैसे लेकर सवाल पूछती हैं। कंपनी की ओर से जारी बयान में अडानी ग्रुप ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर एक डेटा सेंटर कंपनी के इशारे पर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया है।

इस मामले में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गंभीर आशंका व्यक्त की है और आशंका जताई है कि महुआ मोइत्रा ने संसद में उनसे जो सवाल पूछा था, वो इसी मामले से जुड़ा हो सकता है। वहीं, मोइत्रा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह आईटी समिति और डेटा संरक्षण पर संयुक्त संसदीय समिति की सदस्य हैं और उन्होंने जो सवाल पूछा था वह वैध था।

अडानी ग्रुप ने लगाए गंभीर आरोप

इस मामले में अडानी ग्रुप ने बयान जारी किया। इस बयान में लिखा है, “एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, रविवार, 15 अक्टूबर, 2023 को, सुप्रीम कोर्ट के एक वकील जय अनंत देहाद्राई ने एक शपथ पत्र के रूप में एक माननीय द्वारा एक विस्तृत आपराधिक साजिश के कमीशन को रिकॉर्ड में लाते हुए सीबीआई के पास शिकायत दर्ज की।” इसमें आगे कहा गया है, “संसदीय प्रश्नों के माध्यम से गौतम अडानी और उनकी कंपनियों के समूह पर आरोप लगाए गए। ऐसा बदले की भावना से किया गया। इसके लिए मोइत्रा ने हीरानंदानी से रिश्वत और अनुचित लाभ प्राप्त किया।”

अडानी ग्रुप ने आगे लिखा, “यह घटनाक्रम 9 अक्टूबर, 2023 के हमारे बयान की पुष्टि करता है कि कुछ समूह और व्यक्ति हमारे नाम, सद्भावना और बाजार की स्थिति को नुकसान पहुँचाने के लिए ओवरटाइम कर रहे हैं। इस विशेष मामले में एक अधिवक्ता की शिकायत से पता चलता है कि अडानी समूह और हमारे अध्यक्ष गौतम अडानी की प्रतिष्ठा और हितों को नुकसान पहुँचाने की यह व्यवस्था 2018 से चली आ रही है।”

अडानी समूह ने अपने बयान में कहा है कि मोइत्रा को हीरानंदानी से रिश्वत और अनुचित लाभ मिले। समूह ने कहा, “हम यह भी समझते हैं कि एक अन्य सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत भेजकर अनुरोध किया है कि मोइत्रा को निलंबित किया जाए और भ्रष्टाचार की जाँच की जाए” अडानी ग्रुप के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया है कि हम हम अपने शेयरधारकों सहित अपने सभी हितधारकों के हित में यह बयान जारी कर रहे हैं।

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