दिग्विजय सिंह अपने गृह जिले से बुरी तरह चुनाव हार गए और इससे पहले भोपाल से लोकसभा हार गए थे।दोनों लगातार हार की बौखलाहट अभी भी हावी है।
दिग्विजय सिंह ने अब छात्रों के बीच हिन्दू मुसलमान खेलने का प्रयास शुरू कर दिया है।
दिग्विजय सिंह ने नीट परीक्षा मामले पर NTA के चेयरमैन प्रदीप जोशी की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जबसे प्रदीप जोशी MPPSC अध्यक्ष बने तो परीक्षाओं में गड़बड़ी होनी शुरू हुई और पेपर लीक हुआ। जब वो छत्तीसगढ़ गए तो वहां भी पेपर। लीक हुआ और UPSC गए तो वहां से भी शिकायतें आने लगी। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि ‘आज वो लोग कहां है जो हिंदुओं के संरक्षण का ठेका लिए हुए हैं। अब चौदह लाख में से कितने मुसलमान होंगे जिन्होंने एग्ज़ाम दिया होगा। पाँच या दस प्रतिशत। बाक़ी तो हिंदू होंगे। क्या ये हिंदुओं के साथ अन्याय नहीं है ? इस मामले में आरएसएस का एक शब्द नहीं आया। प्रधानमंत्री जी चुप है और जाँच का ज़िम्मा भी प्रदीप जोशी को दे दिया है। अब इस बयान को लेकर बीजेपी दिग्विजय सिंह पर धर्म के आधार पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
शर्म आना चाहिये दिग्विजय सिंह जी आपको….
आपकी राजनीति पूरे समय हिन्दू – मुस्लिम पर केंद्रित रहती है , मंदिर-मस्जिद-भगवा पर केंद्रित रहती है…
अब आप NEET के विद्यार्थियो को भी हिन्दू – मुस्लिम में बाँट रहे हो , शिक्षा को भी धर्म के आधार पर विभाजित कर रहे हो…
आपकी और… pic.twitter.com/Le2IEVrje1
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 21, 2024