चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सांसद और लोकप्रिय नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस छोड़ दी है। कांग्रेस छोडने के साथ ही वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। बिट्टू को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। पिछले कुछ समय से वे नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से नाराज बताए जा रहे थे और चाहते थे कि सिद्धू को पार्टी से निकाल दिया जाए। वे 17वीं लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक भी थे। लेकिन अब उन्होंने पार्टी छोड़ दी है।
रवनीत सिंह बिट्टू मुख्यमंत्री रहे दिवंगत बेअंत सिंह के पोते हैं। आतंकवादियों ने 1995 में बेअंत सिंह की मुख्यमंत्री रहते हत्या कर दी थी। तभी रवनीत सिंह बिट्टू खालिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ लंबे समय से मुखर रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बिट्टू लुधियाना सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। उससे पहले यानी 2014 में आनंदपुर साहिब सीट से चुनाव जीते थे। यानी अपने दोनों चुनाव उन्होंने दो अलग अलग क्षेत्रों से लड़े और जीते।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब की 13 सीटों में से आठ पर जीत दर्ज की थी। भाजपा और अकाली दल ने दो-दो सीटें जीतीं थीं, जबकि आम आदमी पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी। उसके बाद पंजाब की राजनीति में बहुत कुछ बदल गया। कांग्रेस नेता कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने पहले कांग्रेस छोड़ी और भाजपा में चले गए। पिछले दिनों उनकी पत्नी और पटियाला से कांग्रेस सांसद परनीत कौर भी भाजपा में शामिल हो गईं। अब रवनीत सिंह बिट्टू भी भाजपा में चले गए हैं।