कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर में बगावत की आहट सुनाई देने लगी है. ममता बनर्जी के सगे भाई कार्तिक बनर्जी ने राजनीति में आने के संकेत दिए हैं. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा कि बंगाल में बाहरी का कोई मुद्दा ही नहीं है. ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि कार्तिक बनर्जी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बिना नाम लिए उन्होंने परिवारवाद पर भी हमला बोला. कार्तिक ने कहा कि ‘परिवारतंत्र’ राजनीति के लिए अच्छा नहीं है.
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा कि सिर्फ बंगाल ही नहीं देश और पूरी दुनिया में जिनमें क्वालिटी है उन्हें ही राजनीति में जनह मिलनी चाहिए. कुछ लोग बोलते हैं कि वे लोगों के लिए काम करेंगे लेकिन चुनाव के बाद वे वो सिर्फ परिवार को ही देखते हैं. उन्होंने कहा, “मैं ममता बनर्जी का भाई हूं इसका मतलब ये नहीं कि मुझे राजनीति में जगह मिलनी चाहिए. जिसके पास योग्यता है उसे जगह मिलनी चाहिए. वहीं अच्छा होगा.” बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर उन्होंने कहा, “हमारे ऋषि-मुनियों ने जो कहा है, हमें उन्हीं के बताए रास्ते पर आगे चलना होगा.”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी ने राज्य में वंशवाद की राजनीति पर सवाल खड़े किए हैं. कार्तिक का कहना है कि बंगाल में ऐसी राजनीति खत्म होनी चाहिए.
बंगाल में चुनाव से पहले बढ़ी राजनीतिक हलचल
ममता के भाई बोले- खत्म हो वंशवाद की राजनीति
पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है. कार्तिक बनर्जी का कहना है कि वो चाहते हैं पश्चिम बंगाल में वंशवाद की राजनीति का अंत होना चाहिए. ममता बनर्जी के भाई का ये बयान बंगाल की चुनावी जंग में एक नई बहस को हवा दे सकता है.
कार्तिक बनर्जी ने कहा कि वो ऐसे राजनेताओं से तंग आ चुके हैं, जो आम लोगों की जिंदगी बेहतर करने का वादा करते हैं लेकिन अंत में सिर्फ अपने परिजनों की जिंदगी ही बेहतर बनाते हैं.
वंशवाद को लेकर जब कार्तिक से पूछा गया कि क्या उनका निशाना ममता बनर्जी पर ही है, तो उन्होंने कहा, ‘मैं सामान्य तौर पर राजनीति में दोहरेपन की बात कर रहा हूं. राजनीति सिर्फ लोगों के लिए होनी चाहिए, उनके जीवन को सुधारने के लिए. जो लोग राजनीति में हैं, उन्हें भूलना नहीं चाहिए कि संतों ने आखिर क्या सलाह दी थी. राजनेताओं को पहले लोगों के बारे में सोचना चाहिए, फिर परिवार के बारे में.
कार्तिक से जब बीजेपी में शामिल होने की संभावनाओं या किसी तरह के राजनीतिक ऑफर के बारे में सवाल हुआ तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा, ‘भविष्य में क्या होगा, वो अभी नहीं जानते हैं. जब मुझे कुछ कहना होगा, वो बयान जारी करेंगे. तबतक वो इसपर कुछ साफ नहीं कहना चाहेंगे.’
बीजेपी की नजर मिशन बंगाल पर
साफ है कि ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी का ये बयान तब सामने आया है, जब अगले कुछ महीनों में ही राज्य में चुनाव होने हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में जबरदस्त सफलता हासिल की थी, अब उसकी निगाहें विधानसभा चुनाव में महाजीत पर है. बीजेपी की ओर से लगातार टीएमसी में सेंध लगाने की कोशिश की जा रही है, शुभेंदु अधिकारी और अन्य कई नेताओं का बीजेपी में शामिल होना इसी अभियान का हिस्सा है.
अगर वंशवाद की बात करें तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हों या फिर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, हर किसी के निशाने ममता बनर्जी का वंशवाद ही रहता है. बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी अपने भतीतजे अभिषेक बनर्जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के लिए जमीन तैयार कर रही हैं.
यही कारण है कि बंगाल में बीजेपी की ओर से ‘दीदी’ के नाम से मशहूर ममता बनर्जी को पीशी (आंटी) कहने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि अभिषेक बनर्जी से जुड़े मुद्दे को भुनाया जा सके.