How many countries in African Union – भारत चांद पर पहुंच गया…सूर्य की गर्मी मापने के लिए मिशन लॉन्च कर दिया…अब पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जी20 समिट को अंतिम स्वरुप दे रहा है. भारतीय तिरंगा विश्व की छाती पर लहरा रहा है. भारत को दुनिया में अब अलग नजरिये से देखा जा रहा है लेकिन हमारे देश के विपक्षी नेता ऐसे हैं कि उन्हें खाने पर नहीं बुलाया गया है, इसलिए मुंह फुला कर बैठ गए हैं.
मोदी सरकार के नेतृत्व में जी 20 का आयोजन होना ही अपने आप में काफी बड़ी बात है. इस समिट से कई रास्ते खुलेंगे. समिट में आए राष्ट्राध्यक्षों के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय मीटिंग्स भी हो रही हैं. अन्य मंत्रालय के मंत्री भी लगातार मिटिंग कर रहे हैं. इससे फायदा देश को ही होगा. देश का व्यापार बढ़ेगा, भारत का वर्चस्व बढ़ेगा. पहले ही ग्लोबल लीडर घोषित किए जा चुके मोदी जी के पास अब दुनिया में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में अंकित कराने का बेहतरीन मौका है.
कांग्रेस का राग सुनिए
ध्यान देने वाली बात है कि दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है लेकिन मेहमानों के लिए दिल्ली का आसमान अभी भी खुला है. लगातार वैश्विक नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं. आज शाम में राष्ट्रपति के साथ सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों का डिनर होने वाला है. इस डिनर में देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है. राज्य सरकार के विमान दिल्ली आने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्हें रोकटोक की प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा लेकिन इसी बीच छत्तीसगढ़ औऱ राजस्थान के मुख्यमंत्रियों ने कहा है कि दिल्ली नो फ्लाइंग जोन है, इसलिए नहीं जा सकते.
देश में चल रहे इतने बड़े समिट के बीच अब गृहमंत्रालय को इस मामले में सामने आकर जवाब देना पड़ा है. गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्रियों के विमान दिल्ली में लैंड हो रहे हैं. इस पर कोई पाबंदी नहीं है. अगर कोई अपना स्पेशल चार्टर प्लेन लेकर आता है तो उसे अनुमति लेनी होगी. दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष को डिनर का इन्विटेशन नहीं मिला है, ऐसे में जब मीडिया ने उनसे सवाल पूछा तो वह दबी हुई आवाज में फुसफुसाते नजर आए. चेहरे पर कोई भाव नहीं था. ऐसा लग रहा था कि मायूसी अंदर तक घर कर गई है! How many countries in African Union.
ये सब कांड अभी तक कांग्रेस नेताओं की ओर से देखने को मिले हैं. इनसे अगर अपर लेवल की बात करें तो भारत में जी 20 समिट चल रहा है और राहुल गांधी यूरोप के टूर पर हैं. शायद उन्हें भी इस बात का एहसास हो गया था कि डिनर में उन्हें नहीं बुलाया जाएगा, इसीलिए वह पहले ही टूर पर निकल गए! हालांकि, यह तो स्पष्ट है कि भारत में हो रहे जी 20 बैठक के दौरान यूरोप में जाकर भी वह मोदी सरकार की तारीफ तो नहीं ही कर रहे होंगे.
भारत के लिए गर्व का पल लेकिन…
ये तो रहा मामला. अब जरा आप सोचिए कि भारत के लिए जी 20 कितना महत्वपूर्ण है. अभी तक भारत में यह कभी नहीं हुआ था. पहली बार भारत की धरती पर एक साथ दुनिया के करीब 111 देशों के प्रतिनिधि हैं. इनमें जी 20 के 19, यूरोपीय यूनियन के 28 और अफ्रीकी यूनियन के 55 देशों (How many countries in African Union) के अलावा भारत ने जिन 9 पड़ोसी देशों को बुलाया है, उनके प्रतिनिधि भारत में हैं. पूरी दुनिया की नजरें अभी भारत पर टिकी हुई है.
भारत में कई देशों की मीडिया उपस्थित है. दुनिया के टॉप 20 देश अभी हमारे यहां है. दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी से लेकर काफी तेजी से बढ़ रहे इकोनॉमी वाले देश हमारे यहां हैं. जिन देशों पर भविष्य की दुनिया की जिम्मेदारी है, वह हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. जब पूरी दुनिया भारत की ओर कातर निगाहों से देख रही है, ऐसे समय में भारत की विपक्षी राजनीतिक पार्टियां ही अपनी सरकार को सपोर्ट नहीं करे तो उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है.