आपके पास यदि दो देशों के पासपोर्ट हों,
जैसे कि एक ब्रिटिश और एक भारतीय,
तो पड़ोस के एक देश में एक अच्छी सुविधा है:
आप भारतीय पासपोर्ट से थायलैंड जा सकते हैं,
फिर वहाँ से ब्रिटिश पासपोर्ट पर ‘एग्जिट’ करते हुए जिस भी देश जाना हो जाइए।
पुनः, ब्रिटिश पासपोर्ट से थायलैंड आइए।
वहाँ से भारतीय पासपोर्ट से भारत वापस।
है न कमाल की निंजा तकनीक?
थायलैंड में केवल मसाज पार्लर नहीं है,
वहाँ और भी सुविधाएँ हैं जो दूसरे देशों के मसाज पार्लर तक ले जा सकती हैं।
भारत के पासपोर्ट पर वीजा थायलैंड का होगा और बाकी विदेश भ्रमण का रिकॉर्ड आपको,
यदि संवैधानिक पद आदि पर हैं,
तो विवशता में देने से आपको छूट मिल जाती है क्योंकि आप तो पासपोर्ट के हिसाब से थायलैंड में ही थे।
इस पोस्ट का पप्पू से कोई संबंध नहीं है।