महाराष्ट्र में लाडकी बहन योजना: क्या मुस्लिम महिलाएँ अधिक लाभान्वित हो रही हैं?
महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न चुनावों में ‘लाडकी बहन योजना’ ने खासा ध्यान खींचा था. इस योजना के तहत राज्य की सभी महिलाओं को लाभ दिया जाना था. लेकिन अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी के नेताओं का दावा है कि इस योजना से मुस्लिम महिलाओं को सबसे ज़्यादा फ़ायदा हो रहा है. क्या यह सच है? आइए जानते हैं इस विवाद के बारे में विस्तार से.
बीजेपी नेताओं के दावे
बीजेपी विधायक नितेश राणे और नारायण राणे ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम समुदाय की महिलाएँ, भले ही वे मोदी या बीजेपी सरकार के प्रति आकर्षित न हों, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सबसे आगे हैं. नारायण राणे ने तो यहां तक कह दिया कि मुसलमानों को ‘योजनाओं का लाभ चाहिए, लेकिन हिंदुत्व विचारधारा या महायुती सरकार नहीं’. नितेश राणे ने यह भी मांग की है कि दो से ज़्यादा बच्चे वाले परिवारों को (आदिवासियों को छोड़कर) योजना के दायरे से बाहर कर दिया जाए ताकि योजना का लाभ ज़्यादा से ज़्यादा हिंदुओं को मिले.
क्या है लाडकी बहन योजना?
लाडकी बहन योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत महाराष्ट्र की महिलाओं को आर्थिक मदद दी जाती है. इस योजना के उद्देश्य, लाभार्थियों के चयन प्रक्रिया और वितरण प्रणाली की जानकारी जनता के समक्ष स्पष्ट रूप से रखने की जरूरत है. इसी प्रकार की योजनाओं की सफलता इसी पर निर्भर करती है. एक पारदर्शी प्रणाली से यह सुनिश्चित होगा कि लाभ उचित लोगों को मिले और किसी भी तरह के भेदभाव या ग़लतफहमियों का खात्मा हो।