गुरुवार को बहराइच पुलिस ने बहराइच हिंसा के आरोपियों का एनकाउंटर किया। जिसमें दो आरोपियों को गोली लगी है। गोली लगने से सरफराज और फहीम घायल हो गए हैं। उनके पैरों में गोली लगी है। घायलों को नानपारा सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
13 अक्टूबर को महराजगंज कस्बे में रामगोपाल की गोली मार कर हत्या करने के केस में बहराइच पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके नाम हैं-
1. मोहम्मद फ़हीन (नामजद)
2. मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू
3. मोहम्मद सरफराज (नामजद)
4. अब्दुल हमीद (नामजद)
5. मोहम्मद अफज़ल
पहले दो की निशानदेही पर मर्डर में प्रयुक्त हुए हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम लेकर गई तो इनके द्वारा वहां रखे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी फायरिंग में दोनों को गोली लगी है. दोनों गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनका उपचार कराया जा रहा है. मर्डर में उपयोग किया हथियार बरामद हो गया है.
इस बीच अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार का बयान सामने आया है. रुखसार ने कहा कि कल शाम 4 बजे मेरे पिता अब्दुल हमीद, मेरे दो भाइयों सरफराज और फहीम और एक अन्य युवक को यूपी एसटीएफ ले गई थी. मेरे पति और मेरे बहनोई को भी उठाया गया है. हमें डर है कि वे मुठभेड़ में मारे जा सकते हैं.
बताया जा रहा है कि ये आरोपी बहराच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल थे. इन्होंने ही साथियों संग मिलकर रामगोपाल पर गोली चलाई थी. घटना के वक्त के कुछ वीडियोज सामने आए हैं, जिनमें अब्दुल हमीद की छत पर चार से पांच लोग नजर आ रहे हैं. जहां कुछ देर बाद रामगोपाल को गोली मारी गई.
बहराइच में ऐसे भड़की थी हिंसा
आपको बता दें कि बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा बीते रविवार की शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में शामिल था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो दो पक्षों में कहासुनी हो गई. आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई.
इस बीच रामगोपाल को एक घर की छत पर गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज कस्बे में बवाल शुरू हो गया. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी. हिंसा के दौर अगले दिन भी जारी रहा. जिसके चलते जिले में भारी पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी. खुद सीएम योगी ने मामले का संज्ञान लिया. फिलहाल, हालात सामान्य हैं.
और एक बाएं पैर में. बुलेट एग्जिट पॉइंट नहीं मिला है. गोली अंदर फंसी हुई है. ऐसे में उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है.
13 अक्टूबर को महराजगंज कस्बे में रामगोपाल की गोली मार कर हत्या करने के केस में बहराइच पुलिस द्वारा पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके नाम हैं-
1. मोहम्मद फ़हीन (नामजद)
2. मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू
3. मोहम्मद सरफराज (नामजद)
4. अब्दुल हमीद (नामजद)
5. मोहम्मद अफज़ल
पहले दो की निशानदेही पर मर्डर में प्रयुक्त हुए हथियार की बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम लेकर गई तो इनके द्वारा वहां रखे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी फायरिंग में दोनों को गोली लगी है. दोनों गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनका उपचार कराया जा रहा है. मर्डर में उपयोग किया हथियार बरामद हो गया है.
इस बीच अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार का बयान सामने आया है. रुखसार ने कहा कि कल शाम 4 बजे मेरे पिता अब्दुल हमीद, मेरे दो भाइयों सरफराज और फहीम और एक अन्य युवक को यूपी एसटीएफ ले गई थी. मेरे पति और मेरे बहनोई को भी उठाया गया है. हमें डर है कि वे मुठभेड़ में मारे जा सकते हैं.
बताया जा रहा है कि ये आरोपी बहराच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल थे. इन्होंने ही साथियों संग मिलकर रामगोपाल पर गोली चलाई थी. घटना के वक्त के कुछ वीडियोज सामने आए हैं, जिनमें अब्दुल हमीद की छत पर चार से पांच लोग नजर आ रहे हैं. जहां कुछ देर बाद रामगोपाल को गोली मारी गई.
बहराइच में ऐसे भड़की थी हिंसा
आपको बता दें कि बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा बीते रविवार की शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में शामिल था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो दो पक्षों में कहासुनी हो गई. आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई.
इस बीच रामगोपाल को एक घर की छत पर गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज कस्बे में बवाल शुरू हो गया. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी. हिंसा के दौर अगले दिन भी जारी रहा. जिसके चलते जिले में भारी पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी. खुद सीएम योगी ने मामले का संज्ञान लिया. फिलहाल, हालात सामान्य हैं.