‘NEET परीक्षा लेने वाली NTA है प्राइवेट संस्था, RTI के तहत भी नहीं’: झूठ फैलाते पकड़े गए BBC-NDTV वाले पंकज पचौरी, मनमोहन सिंह ने PM रहते बनाया था मीडिया सलाहकार
PMO में अधिकारी रहे पंकज पचौरी ने NTA को लेकर फैलाया झूठ
मनमोहन सिंह के काल में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में कम्युनिकेशंस एडवाइजर रहे पंकज पचौरी ने NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को लेकर दावा किया है कि ये एक प्राइवेट संस्था है। UPA के समय में पंकज पचौरी प्रधानमंत्री की मीडिया स्ट्रैटेजी का जिम्मा सँभालते और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर रणनीति तैयार करते थे। NEET UG के पेपर लीक और PG की परीक्षा रद्द होने के बाद अब वो ‘राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी’ को लेकर नया दावा कर रहे हैं।
पंकज पचौरी ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर किए गए एक पोस्ट में लिखा कि ये जानना बड़ा हैरानी भरा है कि NTA एक प्राइवेट संस्था है जो सरकारी शैक्षिक संस्थाओं के लिए छात्रों के भविष्य का निर्णय ले रहा है। उन्होंने कहा कि ये RTI (सूचना का अधिकार कानून) के अंतर्गत आता है या नहीं, ये भी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि न इसकी प्रक्रियाएँ पारदर्शी हैं न ये जिम्मेदारी लेता है। उन्होंने कहा कि इसी कारण केंद्र सरकार और शिक्षा मंत्रालय इस घोटाले से पाक साफ़ निकल सकता है।
उन्होंने इसके लिए एक दस्तावेज शेयर किया, जिसमें लिखा है कि NTA को ‘सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट’ के तहत पंजीकृत किया गया है। अब आपको बताते हैं कि सच्चाई क्या है। मेडिकल के छात्रों को भड़काने के लिए ये सब झूठ फैलाए जा रहे हैं। असल में NTA एक स्वायत्त संस्था है, प्राइवेट कंपनी नहीं। और हाँ, ये RTI के अंतर्गत भी आता है। NTA से जुड़ी कोई भी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत प्रक्रिया का पालन कर के जानी जा सकती है। पंकज पचौरी BBC और NDTV समेत कई बड़े मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं।
NTA कैसे RTI के तहत आता है, ये आप उसी की वेबसाइट पर जाकर पढ़ सकते हैं। इसी वेबसाइट पर ये भी लिखा है कि ये एक स्वायत्त संस्था है जो उच्च शिक्षा में एडमिशन/फेलोशिप के लिए होने वाली परीक्षाएँ आयोजित करती हैं। हाल ही में मोदी सरकार ने भी NTA के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार सिंह को बदला है। सरकार किसी प्राइवेट कंपनी के मुखिया को कैसे बदल देगी? NTA के अध्यक्ष प्रदीप जोशी UPSC के चेयरमैन रहे हैं।