तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नक़ल उतार कर मजाक उड़ाने के मामले में तृणमूल सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूरी जिम्मेदारी कॉन्ग्रेस नेता और सांसद राहुल गाँधी पर डाल दी है। वहीं राहुल ने अपना बचाव किया है।
तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नक़ल उतार कर मजाक उड़ाने के मामले में तृणमूल सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूरी जिम्मेदारी कॉन्ग्रेस नेता और सांसद राहुल गाँधी पर डाल दी है। वहीं राहुल ने अपना बचाव किया है।
ममता बनर्जी का कहना है कि राहुल अगर कल्याण बनर्जी की अभद्र हरकतों को रिकॉर्ड नहीं करते तो इतना ज्यादा यह मुद्दा नहीं उठता। इस मुद्दे के बारे में किसी को पता ही नहीं चलता। उन्होंने अपनी पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी का भी बचाव किया है।
दिल्ली में ममता बनर्जी ने कहा, “हम सबका सम्मान करते हैं। यह (कल्याण बनर्जी का कृत्य) किसी की बेईज्जती करने के बारे में नहीं था। इसे राजनीतिक तौर पर हलके फुल्के तरीके से लिया जाना चाहिए। आपको इस बारे में कभी पता नहीं चलता अगर राहुल जी इसे रिकॉर्ड नहीं करते।”
गौरतलब है कि 19 दिसम्बर, 2023 को राज्यसभा की कार्रवाई में व्यवधान डाल रहे 49 विपक्षी सांसदों को निलम्बित किया गया था। इसके बाद यह सांसद, नई संसद के मकर द्वार पर धरना देने लगे थे। इसी दौरान लोकसभा में TMC के सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का अपमान किया।
कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नक़ल उतारी। इस दौरान वहाँ मौजूद अन्य सांसद हँसते रहे। राहुल गाँधी इस मौके पर मौजूद थे, उन्होंने अपने फ़ोन इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके कुछ ही देर बाद यह कल्याण की इन हरकतों का वीडियो वायरल हो गया।
हालाँकि राहुल गाँधी ने इस मामले में अपना बचाव किया है। राहुल गाँधी का कहना है, “मैंने कल्याण बनर्जी का वीडियो शूट जरूर किया था लेकिन वह अभी मेरे फ़ोन में ही है और मैंने उसे साझा नहीं किया।”
ममता बनर्जी ने यह बयान 20 दिसम्बर, 2023 को संसद में दिया जहाँ वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने आईं थी। इससे एक दिन पहले वह INDI गठबंधन की बैठक में भी शामिल हुईं। वह जब प्रधानमंत्री से मिलें पहुँची तो अपने साथ उपराष्ट्रपति का अपमान करने वाले सांसद कल्याण बनर्जी को नहीं ले गईं जबकि उनका नाम इस सूची में था।
कल्याण बनर्जी ने इस मामले पर अभी तक माफ़ी नहीं माँगी है। वहीं इस मामले पर जाट समुदाय ख़ासा आक्रोशित है और उसने कल्याण बनर्जी से माफ़ी माँगने को कहा है। जाट समुदाय के एक नेता ने कहा कि यदि कल्याण बनर्जी माफ़ी नहीं माँगते तो तृणमूल सांसदों के घरों का घेराव होगा।
उपराष्ट्रपति के इस अपमान पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दुख जताया था और कल्याण बनर्जी की इस हरकत पर रोष प्रकट किया था। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इसे उनकी किसान पृष्ठभूमि और जाट समुदाय का अपमान बताया था।