पाकिस्तान के आतंकी अब ‘अज्ञात हमलावर’ से खौफ में हैं। वहाँ एक के बाद एक आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। ताजे मामले में सियालकोट में अज्ञात हमलावरों ने अपने काम को फिर अंजाम दिया है। कश्मीर समेत पूरे भारत में कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने वाले आईएसआई के पिट्ठू आतंकी संगठन लश्कर ए तोएबा के कमांडर को मौत के घाट उतार दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मारे गए लश्कर आतंकी का नाम मोहम्मद मुजम्मिल है। वो अपने साथी नईम-उर-रहमान के साथ कार में सियालकोट के पसरूर तहसील इलाके में कहीं जा रहा था। उसी दौरान खोखरण चौक के पास बाइक सवार हमलावरों ने कार को रोक लिया। इसके बाद ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसाकर मुजम्मिल और उसके साथी को मौत के घाट उतार दिया।
स्थानीय प्रशासन ने इसे जमीन के विवाद में हुई वारदात करार दिया है। हालाँकि, पिछले कुछ समय से पाकिस्तान के कई हिस्सों में अज्ञात हमलावरों ने भारत विरोधी काम करने वाले आतंकी संगठनों के कमांडरों को मौत के घाट उतारा है। कुछ दिन पहले ही कराची में जैश के एक कमांडर को भी मौत के घाट उतार दिया गया था।
12 नवंबर को मसूद अजहर के करीबी की हत्या
कराची में 12 नवंबर 2023 को जैश ए मोहम्मद के संस्थापक और भारत के टॉप दुश्मनों में से एक मसूद अजहर के करीबी और जैश कमांडर मौलाना तारिक रहीम उल्लाह तारिक को गोली मार दी गई थी। हत्या के समय मौलाना तारिक भारत विरोधी एक रैली में हिस्सा लेने जा रहा था। भारत विरोधी कट्टरपंथियों ने रैली का ऐलान किया था।
इस रैली में भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के टॉप आतंकवादी मौलाना रहीम उल्लाह तारिक को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। रैली में हजारों भारत विरोधियों की भीड़ थी। इस रैली में शामिल होते ही भीड़ में मौजूद किसी अज्ञात हमलावर ने उसे गोली मार दी। पुलिस का कहना है कि गोली बेहद करीब से मारी गई है। हमलावरों को अज्ञात बताया जा रहा है।
9 नवंबर को अकरम खान उर्फ अकरम गाजी की हत्या
9 नवंबर 2023 को भारत में वांछित एक इस्लामी आतंकी अकरम खान उर्फ अकरम गाजी की हत्या कर दी गई थी। अकरम लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का पूर्व कमांडर था। उसके सिर में गोली मारी गई थी। आतंकी अकरम गाजी ने साल 2018 से 2020 तक लश्कर भर्ती सेल का नेतृत्व किया था।
वह पाकिस्तान में भारत के विरोध में भड़काऊ भाषण देता था और युवाओं को दहशतगर्दी की राह पर धकेलता था। इसके साथ ही वह उन्हें कश्मीर में घुसपैठ कराकर भारत में आतंक फैलाता था। वह लंबे समय से चरमपंथी गतिविधियों में शामिल था। उसकी हत्या पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में की गई है।
रविवार (5 नवंबर 2023) को साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के सुंजवान में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड में से एक ख्वाजा शाहिद की हत्या कर दी गई थी। ख्वाजा शाहिद का पहले अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास उसका सिर कटा हुआ मिला था। इस घटना में भी अज्ञात हमलावर शामिल थे।
इसी साल अक्टूबर में पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 2016 में जम्मू-कश्मीर के पठानकोट वायुसेना स्टेशन में आतंकी हमला हुआ था। इस आतंकी घटना में शामिल चार आतंकवादियों का वह हैंडलर था। वहीं, दूसरा आतंकी और ISI का एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज को भी अज्ञात लोगों ने गोली मार दी।
इससे पहले सितंबर में अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष आतंकवादी
कमांडर रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम की गोली मारकर हत्या कर दी थी। रियाज अहमद कोटली से नमाज अदा करने के लिए अल-कुदुस मस्जिद आया हुआ था। वहीं, हमलावरों ने घुसकर उसके सिर में गोली मार दी। वह भी LeT में लोगों की भर्ती करता था।
उससे पहले पिछले माह ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख हाफिज सईद के करीबी अबु कासिम को रावलकोट में गोली मारी गई थी। खालिस्तान कमांडो फोर्स का दुर्दांत आतंकी और भारत में मोस्ट वॉन्टेड परमजीत सिंह पंजवाड़ की भी पाकिस्तान में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की थी।
जैश का खूंखार आतंकी जहूर मिस्त्री की भी हत्या हुई थी। जहूर मिस्त्री कंधार विमान अपहरण कांड में शामिल था। वहीं, आतंकी बशीर अहमद मीर उर्फ इम्तियाज आलम को रावलपिंडी में गोली मार दी गई थी। हिजबुल मुजाहिदीन ने उसे लॉन्च पैड सँभालने की जिम्मेदारी थी और वह पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराता था।
वहीं, पाकिस्तान के उत्तरी वजीरीस्तान में दाऊद मलिक को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरी वजीरीस्तान के मिराली एरिया में कुछ नकाबपोश बंदूकधारियों ने दाऊद मलिक को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी, जब वह एक क्लिनिक में गया था। नकाबपोश वहाँ पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे।
वहीं, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में ही आतंकी सैयद नूर शालोबार की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। शनिवार (04 मार्च 2023) को अज्ञात हमलावरों ने कश्मीर में कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार शालोबार को गोलियों से भून डाला था। नूर शालोबार पाकिस्तानी सेना और ISI के साथ मिलकर कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का काम कर रहा था।
नूर शालोबार से पहले सैयद खालिद राजा, एजाज अहमद अहंगर और बशीर अहमद नाम के आतंकियों की भी गोली मार कर हत्या हो चुकी है। मारे गए चारों आतंकी भारत में मोस्ट वांटेड थे। इनमें से एक को अफगानिस्तान में ढेर किया गया जबकि 3 का शिकार पाकिस्तान में ही बनाया गया।