कनाडा के क्यूबेक सिटी में एक हमलावर ने चाकू से कई लोगों पर हमला किया है। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है और पांच लोग घायल हुए हैं। हमलावर मध्यकालीन योद्धाओं की पोशाक में था। इस हमले के बाद पुलिस ने लोगों से घर में रहने की अपील की।
फिलहाल संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों ने बताया है कि व्यक्ति की उम्र 20 साल के आस-पास है। उसे स्थानीय समयानुसार देर रात एक बजे गिरफ्तार किया गया है। यह हमला उस समय हुआ है, जब देश में हैलोवीन का पर्व मनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस कारण ही हमलावर ने मध्यकालीन पोशाक पहनी थी।
मिली जानकारी के अनुसार, यह हमला ऐतिहासिक ओल्ड क्यूबेक नेबरहुड में पार्लियामेंट हिल के आसपास हुआ। घटना की पहली रिपोर्ट स्थानीय समयानुसार 10.30 बजे से कुछ समय पहले आई। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद अस्पताल ले जाया गया है।
पुलिस ने बताया है कि पांचों घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। क्यूबेक सिटी के प्रवक्ता ने एटिने डॉयन ने कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन को बताया कि संदिग्ध हमलावर की उम्र 20 वर्ष के आस-पास है। डॉयन ने पुष्टि की कि दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हुए हैं।
हालांकि, अभी तक हमले के पीछे की असल वजह का पता नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि हाल ही में फ्रांस में कई जगहों पर चाकूबाजी की घटनाएं सामने आई हैं। जिसे लेकर दुनियाभर में विरोध के स्वर उठ रहे हैं।
फ्रांस के बाद अब कनाडा में भी चाकुओं से हमला किया गया है। कनाडा के सेंट लॉरेंस नदी के किनारे स्थित क्यूबेक सिटी में एक व्यक्ति ने ताबड़तोड़ हमले किए, जिससे 2 की मौत हो गई और 5 अभी भी अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। हमलावर मध्यकालीन युग का एक खास परिधान पहने हुए था, जिसे हिरासत में ले लिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि उसने ही इस हमले को अंजाम दिया।
इससे पहले शनिवार (अक्टूबर 31, 2020 की) रात कनाडा में क्यूबेक की पुलिस ने सूचना दी थी कि उसे एक ऐसे अपराधी की तलाश है, जो मध्यकालीन युग का खास परिधान पहने हुआ है। साथ ही वो अपने साथ नुकीला व खतरनाक हथियार भी लिए हुआ था। ये घटना नेशनल असेंबली के पास ही हुई। बता दें कि क्यूबेक में अधिकतर फ्रेंच बोलने वाले लोग ही रहते हैं। पुलिस ने क्षेत्र के लोगों को घर में ही रहने को कहा है।
घायलों की स्थिति के बारे में कुछ बताया नहीं गया है लेकिन प्रशासन का कहना है कि ये एक गंभीर हमला था और क्यों किया गया था, इसकी जाँच हो रही है। चूँकि ये घटना पार्लियामेंट हिल के पास हुई है, इसीलिए सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस को तैनात कर के इमरजेंसी सेवाओं को एक्टिवेट कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि इस मामले में और लोगों के मरने की सूचना आ सकती है।
हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने फ्रांस की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए फ्री स्पीच का तो बचाव किया था लेकिन साथ ही कहा था कि इसकी एक लिमिट होनी चाहिए और ये ‘बिना ज़रूरत के या मनमाने ढंग से’ किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि हमें दूसरों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि विविधता भरे समाज में हमें हमारी शब्दों को लेकर सावधान होना चाहिए।
इससे पहले फ्रांस के लियोन शहर में शॉटगन से लैस अपराधी ने एक ऑर्थोडॉक्स चर्च के पादरी को गोली मार दी। ग्रीक ऑर्थोडॉक्स पादरी पर हमला तब हुआ, जब वो चर्च को बंद करके लौटने की तैयारी में थे। शनिवार (अक्टूबर 31, 2020) को हुई इस घटना में नुकीले हथियार लगे शॉटगन का इस्तेमाल किया गया। 52 वर्षीय पादरी को उसके पेट में गोली मारी गई। ये घटना हेलेनिक ऑर्थोडॉक्स चर्च के पास हुई।