पहली मार्च से निजी केंद्रों पर टीकाकरण की इजाजत के बाद सरकार इसकी कीमत तय करने की ओर भी कदम बढ़ा रही है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि निजी अस्पताल कोरोना के टीके की एक डोज के लिए अधिकतम 250 रुपये ले सकेंगे। पहली मार्च से 60 साल या इससे अधिक उम्र के बुजुर्गो के लिए और 45 से 59 साल के ऐसे लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया जाएगा, जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। सरकारी अस्पतालों में टीका मुफ्त लगाया जाएगा, जबकि निजी केंद्रों पर कीमत देकर टीका लगवाया जा सकेगा।
सूत्रों ने बताया कि टीकाकरण के लिए 250 रुपये की अधिकतम सीमा तय की जाएगी। इसमें 150 रुपया टीके की कीमत है और 100 रुपये सर्विस चार्ज के तौर पर वसूलने की अनुमति होगी। राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया था कि कोविन या आरोग्य सेतु के जरिये रजिस्ट्रेशन कराते हुए पात्र लोग टीका लगवा सकेंगे। इन डिजिटल प्लेटफार्म पर उन्हें नजदीकी सरकारी एवं निजी टीकाकरण केंद्रों एवं वहां उपलब्ध तारीख व समय की जानकारी मिल जाएगी। लोग अपनी इच्छा से केंद्र चुन सकेंगे। इनके साथ-साथ टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा भी दी जाएगी।
सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाया गया टीका
देशव्यापी टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया है। अब जबकि इस प्राथमिकता समूह में करीब आधे लोगों का टीकाकरण हो चुका है, तब सरकार अन्य प्राथमिकता समूहों के टीकाकरण की ओर कदम बढ़ा रही है। टीकाकरण की गति को तेज करने के लिए पहली मार्च से शुरू हो रहे टीकाकरण के अगले चरण में निजी स्वास्थ्य केंद्रों को भी शामिल करने का फैसला किया गया है, जहां कीमत चुकाकर टीका लगवाया जा सकेगा।
राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि निजी केंद्रों पर टीकाकरण अभियान के लिए पर्याप्त जगह हो। साथ ही मंत्रालय की ओर से जारी दिशानिर्देशों का पालन किया जाए। टीका लगवाने के लिए आधार एवं विभिन्न चिह्नित पहचान पत्रों में से कोई पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा। 45 से 59 साल की उम्र के लोगों को अपनी बीमारी से जुड़ा सर्टिफिकेट रखना होगा।
Corona Vaccination Drive: 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को अगर हैं ये बीमारियां तो 1 मार्च से लगवा सकेंगे कोरोना टीका, देखिए लिस्ट
केंद्र सरकार ने उन बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं की लिस्ट जारी कर दी है, जिनसे पीड़ित 45 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोग 1 मार्च से कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। लिस्ट में कुल 20 बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं को रखा गया है।
हाइलाइट्स:
किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग 1 मार्च से लगवा सकेंगे कोरोना टीका
केंद्र ने उन बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं की लिस्ट जारी की है, जिन्हें को-मॉर्बिडिटीज में रखा गया है
केंद्र की तरफ से जारी लिस्ट में 20 बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र
वक़्त नहीं है? हाइलाइट्स पढ़ने के लिए डाउनलोड ऐप
कोविड-19: 60 वर्ष से ऊपर के लोग और 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग 1 मार्च से वैक्सीन ले सकेगें
नई दिल्ली
कोरोना के खिलाफ देश में 1 मार्च से दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 45 साल से ऊपर के उन लोगों को टीके लगेंगे, जिन्हें पहले से कोई बीमारी (persons with comorbidities) हो। इस चरण में टीके सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी लगाए जाएंगे। सरकारी में मुफ्त मगर प्राइवेट अस्पतालों में प्रति खुराक 250 रुपये शुल्क लिया जा सकता है। केंद्र सरकार ने शनिवार को उन 20 बीमारियों की लिस्ट जारी की, जिनमें से किसी शख्स को कोई एक भी बीमारी है और उसकी उम्र 45 साल या उससे ऊपर है तो वह कोरोना की वैक्सीन लगवा सकता है। पढ़िए पूरी लिस्ट-
1. पिछले एक साल में अगर कोई हार्ट फेल्योर की वजह से अस्पताल में भर्ती हुआ हो
2. पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट/लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (LVAD)
3. सिग्निफिकेंट लेफ्ट वेंट्रीकुलर सिस्टोलिक डिस्फंक्शन
4. मॉडरेट या सिवियर वेल्वुलर हार्ट डिसीज
5. कंजेनिटल हार्ट डिसीज विद सिवियर पीएएच ऑर इडियोपैथिक पीएएच
6. कोरोनरी आर्टरी डिसीज (सीएबीजी/PTCA/MI की हिस्ट्री के साथ) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज जिसका इलाज चल रहा हो
7. एन्गिना और हाइपरटेंशन/डायबिटीज ट्रीटमेंट
8. स्ट्रोक (सीटी/एमआरआई टेस्ट में) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज
9. पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन/डायबिटीज
10. डायबिटीज (10 साल से ज्यादा वक्त से या जटिलताओं के साथ) और हाइपरटेंशन
11. किडनी/लीवर/हेमैटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट कराने वाले या इसकी वेट लिस्ट में शामिल
12. एंड स्टेज किडनी डिसीज ऑन हैमोडायलिसिस/सीएपीडी
13. लंबे वक्त से ओरल कोर्टिकोस्टेरॉयड्स का इस्तेमाल/इम्यूनिटी को कम करने वाली दवाइयों का इस्तेमाल करने वाले
14. डिकंपेन्सेटेड सिरोसिस
15. पिछले दो सालों में सांस से गंभीर बीमारी की वजह से कभी अस्पताल में भर्ती
16. लिम्फोमा/ल्यूकोमिया/मिलोमा
17. एक जुलाई 2020 या उसके बाद जांच में किसी तरह के कैंसर की पुष्टि या कोई कैंसर थेरेपी
18. सिकल सेल डिसीज/बोम मैरो फेल्योर/एप्लास्टिक एनीमिया/थैलासेमिया मेजर
19. प्राइमरी इम्यूनोडिफिएंसी डिसीज/एचआईवी संक्रमण
20. अपंगता जैसे इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज/मस्कुलर डिस्ट्रोफी/एसिड अटैक से श्वसन तंत्र का प्रभावित होना/ दिव्यांग व्यक्ति/अंधापन-बहरापन
(पूरी सूची ऊपर लिंक पर क्लिक कर जाने)
सरकारी अस्पतालों में टीके मुफ्त में लगेंगे लेकिन प्राइवेट अस्पतालोे में लगवाने पर पैसे देने होंगे। सूत्रों के मुताबिक, ‘टीके के लिए अधिकतम शुल्क 250 रुपये लिया जाएगा, जिसमें 150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपये सेवा शुल्क है। यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी।’ सूत्रों के अनुसार, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बारे में जानकारी दे दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि ‘ऑन-साइट’ पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध होगी, ताकि योग्य लाभार्थी अपनी पसंद के टीकाकरण केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण कराएं और टीका लगवाएं। टीके के लाभार्थी को-विन 2.0 पोर्टल डाउनलोड कर और आरोग्य सेतु आदि मोबाइल ऐप के जरिए पहले भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं।