Viral Card, आलोक की नौकरी और दहेज का पूरा सच… गांववालों ने खोल दी SDM ज्योति मौर्य के दावों की पोल
SDM Jyoti Maurya Alok Maurya एसडीएम ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में ज्योति मौर्य के बाद अब आलोक मौर्य के परिवार और गांव के लोगों ने भी इस पूरे प्रकरण की सच्चाई बताई है. एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके परिवार के द्वारा आलोक मौर्य पर अब शादी के कार्ड में गलत जानकारी देने, आलोक की नौकरी को लेकर और दहेज के आरोपों पर अब आलोक के गांववालों ने जवाब दिया है. उन्होंने बताया है कि असल में दोनों परिवार शादी से पहले से एक दूसरे को जानते थे.
आलोक मौर्य के गांव में रहने वाले दुर्गा प्रसाद अस्थाना ने दावा किया है कि ज्योति का परिवार पहले से आलोक के परिवार को जानता था. उन्होंने बताया कि आलोक के चाचा राम झूराली मौर्य दारोगा थे और उनकी पोस्टिंग ज्योति मौर्य के गांव में ही तैनात थी. इस वजह से दोनों परिवार एक दूसरे को काफी पहले समय से जानते थे.
दुर्गा प्रसाद अस्थाना ने बताया कि जब दोनों परिवार एक दूसरे को पहले से जानते थे तो यह सवाल ही नहीं उठता है कि आलोक सफाई कर्मचारी था या फिर ग्राम विकास अधिकारी, क्योंकि सभी लोगों को पहले से पता था कि आलोक मौर्य सफाई कर्मचारी था.
वहीं आलोक मौर्य के बचपन के दोस्त रामकृष्ण चौरसिया ने बताया कि ज्योति और मेरे दोस्त का परिवार दोनों एक दूसरे को शादी से पहले से जानते थे. उन्होंने बताया कि आलोक के चाचा के रिश्तेदारी में भी ज्योति का परिवार आता है, तो यह सवाल ही नहीं उठता है कि वह समाई कर्मचारी या फिर ग्राम पंचायत अधिकारी था, क्योंकि सबको मालूम था कि वह सफाई कर्मचारी था.
रामकृष्ण चौरसिया ने बताया कि जब 2009 में आलोक मौर्य की सफाई कर्मचारी के तौर पर नौकरी लगी थी, तो उसने ही पुलिस वेरिफिकेशन कराया था. ज्योति मौर्या ने आरोप लगा रही है कि दहेज मांगा गया. रामकृष्ण चौरसिया ने बताया कि मैं कह रहा हूं कि एसडीएम बनने के बाद एक प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन कराया गया था यानी यह प्रॉपर्टी आलोक मौर्य ने खरीदी थी.
रामकृष्ण चौरसिया ने बताया कि इसका पैसा कहां से आया था. इस बारे में जरा कोई जांच कर ले पैसा आलोक मौर्य के पिता ने भेजा था और जमीन की रजिस्ट्री ज्योति मौर्या के नाम पर हुई थी. मैं चाहता हूं कि सब एक बार फिर एक हो जाए.
SDM ज्योति मौर्या केस में बड़ा अपडेट, बारातियों की जुबानी, जानें शादी के Viral कार्ड की पूरी कहानी
SDM Jyoti Maurya Case: अलोक मौर्या के शादी में गए बारातियों ने बताई वायरल शादी कार्ड की सच्चाई
PCS अधिकारी ज्योति मौर्या और पति आलोक मौर्या का विवाद लगातार गहराता जा रहा है
आलोक और ज्योति की शादी में शामिल बारातियों ने वायरल कार्ड की सच्चाई बताई है
उत्तर प्रदेश की महिला PCS अधिकारी ज्योति मौर्या और पति आलोक मौर्या का विवाद लगातार गहराता जा रहा है. सोशल मीडिया पर तमाम तरह के पोस्ट और मीम्स वायरल हो रहे हैं. इस बीच आलोक मौर्य और ज्योति मौर्या की 2010 में हुई शादी का कार्ड भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसके बाद ज्योति मौर्या के पिता ने दामाद अलोक मौर्या और उसके परिवार को झूठा और धोखेबाज बताया था. लेकिन अब उस शादी में जाने वाले बारातियों ने वायरल शादी के कार्ड की सच्चाई बताई है.
गांव के कई लोगों से बातचीत की, जो आलोक मौर्या के बारात में गए थे. इन लोगों ने बचपन से आलोक और उसके परिवार को देखा है. लोगों का कहना है कि दहेज और झूठ बोल कर शादी करने का आरोप ज्योति मौर्य के द्वारा लगाए गए हैं. वह बेबुनियाद हैं. 2010 में शादी हुई और फिर 2016 में ज्योति एसडीएम बनीं. उसके बाद से सब कुछ ठीक था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से यह विवाद लगातार गहराता जा रहा है. जहां तक आरोप है कि आलोक मौर्य ने झूठ बोलकर अपने आपको ग्राम पंचायत अधिकारी बताकर शादी की है, तो यह बेबुनियाद है. जब ज्योति के पिता यहां गांव में आए थे तब उस दौरान भी वह पूछ सकते थे. गांववालों से उन्हें सच्चाई मिल जाती. दूसरी तरफ जो कार्ड वायरल हुआ है शादी का वैसा कार्ड उनके घर पर शादी में नहीं आया था.