Saturday, December 21, 2024
Uncategorized

उत्तर प्रदेश करोना हाल:प्रियंका वाड्रा पहले से आइसोलेशन, फिर अखिलेश यादव, अब योगी आदित्यनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद अब राज्य के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया है। मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

उन्होंने लिखा, “शुरुआती लक्षण दिखने पर मैंने कोविड की जाँच कराई और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं सेल्फ आइसोलेशन में हूँ और डाॅक्टरों की सलाह का पूर्णतः पालन कर रहा हूँ। सभी कार्य वर्चुअली संपादित कर रहा हूँ।” हाल ही में उन्होंने कोरोना का पहला डोज लिया था।

सीएम योगी ने ट्वीट कर बताया है कि प्रदेश सरकार की सभी गतिविधियाँ सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। इस बीच जो भी लोग उनके संपर्क में आए हैं, वह अपनी जाँच अवश्य करवा लें और एहतियात बरतें। बता दें कि इससे पहले आज (अप्रैल 14, 2021) सुबह ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके अलावा योगी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद को मंगलवार (अप्रैल 13, 2021) से ही आइसोलेट कर लिया था। वह अपना सारा कामकाज अपने आवास से वर्चुअली कर रहे थे। कोरोना स्थिति पर रोजाना होने वाली टीम 11 की बैठक को उन्होंने मंगलवार को वर्चुअली ही संबोधित किया था। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को ट्वीट करके बताया था कि उनके कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। यह अधिकारी उनके संपर्क में रहे हैं, अतः उन्होंने एहतियातन अपने को आइसोलेट कर लिया है एवं सभी कार्य वर्चुअली कर रहे हैं। आज सीएम की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई है।

कोरोना संक्रमण के मामले में देश में दूसरे स्‍थान पर यूपी

कोरोना संक्रमण के मामले में यूपी देश में दूसरे स्‍थान पर पहुँच गया है। आँकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में रोज कोरोना के कंफर्म हो रहे केसों की संख्या भी पिछले एक हफ्ते में 204 प्रतिशत तक बढ़ गई है। मंगलवार को यहाँ एक दिन में 18021 नए केस सामने आए। यह प्रदेश में अभी तक का सबसे बड़ा आँकड़ा है। 24 घंटों के दौरान यहाँ 85 कोविड मरीजों की मौत हो गई। राज्य में इस समय 95,980 पॉजिटिव केस हैं।

आइसोलेशन में रहते हुए सीएम योगी कोरोना मरीजों के लिए इंतजामों पर निगरानी रखे हुए हैं। यूपी में कोविड मरीजों के लिए 4000 से अधिक एम्बुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।

इस बीच योगी सरकार ने प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर गैर सरकारी अथवा निजी क्षेत्र के अस्पतालों में विभिन्न जाँचों के शुल्क एक बार फिर से तय कर दिए हैं। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सुपर स्पेशियलिटी इलाज की सुविधा देने वाले निजी अस्पताल व जाँच करने वाली प्राइवेट लैब मनमाना शुल्क न वसूल सकें। मंगलवार को अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने शुल्क की दरों के आदेश जारी कर दिए। निजी अस्पतालों को चेतावनी भी दी गई है कि अगर वे आदेश का उल्लंघन करेंगे तो उनके विरुद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply