अमीर सरफराज ने ही लाहौर जेल में सरबजीत की हत्या की थी.
लाहौर. अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की लाहौर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. बताया जा रहा है कि अज्ञान हमलावरों ने सरफराज को एक के बाद एक कई गोलियां मारी, जिससे घटनास्थल पर ही उसने दम तोड़ दिया. अमीर सरफराज को आतंकवादी संगठन लश्कर के सरगना हाफिज सईद का करीबी माना जाता है. यह वही शख्स है, जिसने भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की उस वक्त हत्या कर दी थी, जब वे लाहौर की कोट लखपत जेल में कैद थे.
2013 में लाहौर जेल में कैद सरबजीत को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारों पर मार दिया गया था. दिसंबर 2018 में, एक पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत सिंह की हत्या के मामले में दो प्रमुख संदिग्धों – अमीर सरफराज उर्फ तांबा और मुदस्सर – को उनके खिलाफ “सबूतों की कमी” का हवाला देते हुए बरी कर दिया था.
सभी गवाहों के मुकर जाने के बाद लाहौर सेशन कोर्ट ने दोनों आरोपियों को बरी करने का फैसला सुनाया था. उस वक्त एक अधिकारी ने कहा था, “अदालत में दोनों संदिग्धों के खिलाफ एक भी गवाह ने गवाही नहीं दी. अदालत ने उनके खिलाफ सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया.”
मौत की सजा पाए दो पाकिस्तानी कैदियों अमीर और मुदस्सर ने 2013 में लाहौर की कोट लखपत जेल में 49 वर्षीय सरबजीत सिंह पर ईंटों, नुकीली धातुओं, लोहे की छड़ों और ब्लेड से हमला किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
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