दाऊद के पास अब नहीं रहा ‘STD’, पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में छोटा शकील को उसके जरिए करवाना था शूटआउट
कई साल तक आजाद मैदान पुलिस क्लब में जनवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में पुलिस की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस (Mumbai Police Press Conference) हुआ करती थी। छोटा शकील (Chhota shakeel ) इस STD के जरिए उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दरअसल शूटआउट करवाना चाहता था
मुंबई
ढाई दशक पहले जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड की दहशत अपने चरम पर थी, तब छोटा शकील डी कंपनी (D Company) के एक पंटर को पत्रकार के रूप में मुंबई पुलिस मुख्यालय भेजा करता था। अंडरवर्ल्ड में उसे STD के नाम से जाना जाता है। मंगलवार रात को उसकी दक्षिण मुंबई के अपने घर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
इस पंटर का नाम STD इसलिए पड़ा, क्योंकि वह STD बूथ से दाऊद (Underworld Don Dawood Ibrahim) को मुंबई की हर खबर देता था। उन दिनों अंडरवर्ल्ड में मोबाइल कॉलिंग का प्रचलन शुरू नहीं हुआ था। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि इस STD की मां दाऊद की बहनों को कुरान भी पढ़ाती थी।
छोटे अखबार का ले रखा था आईकार्ड
इन सूत्रों के अनुसार ‘दाऊद के STD’ ने मुंबई के एक छोटे अखबार का आईकार्ड ले रखा था। पत्रकार को किसी संस्थान में नौकरी करने की सैलरी मिलती थी, लेकिन ‘दाऊद के STD’ का दावा था कि आईकार्ड देने वाले संपादक को ही वह हर महीने 25 हजार रुपये सैलरी दिया करता था। उसके दावे को पुलिस ऐविडेंस नहीं बना पाई थी।
‘STD’ उस दौर में पुलिस मुख्यालय आने वाले तमाम पत्रकारों को प्रेस रूम के बाहर चाय का ऑफर भी जरूर देता था, ताकि सबसे उसकी दोस्ती रहे और फिर इन पत्रकारों के जरिए उसे टॉप पुलिस अधिकारियों के डी कंपनी के खिलाफ किए जाने वाले संभावित ऑपरेशन की खबर मिलती रहे।
एक सिपाही को शक हुआ, फिर…
हालांकि कोई भी पत्रकार उसकी साजिश को समझ नहीं पाया। लेकिन उन दिनों पुलिस प्रेस रूम में बैठनेवाले एक सिपाही को शक हुआ। फिर उसके मूवमेंट्स पर नजर रखी गई और उसे गिरफ्तार भी किया गया।
कई साल तक आजाद मैदान पुलिस क्लब में जनवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में पुलिस की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस हुआ करती थी। छोटा शकील इस STD के जरिए उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दरअसल शूटआउट करवाना चाहता था, लेकिन पुलिस प्रेस रूम में बैठने वाले सिपाही ने इस STD और शकील दोनों की साजिश को फेल कर दिया था।
बाद में पुलिस का ही खबरी बन गया
उस सिपाही को अंडरवर्ल्ड के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन के लिए गैलंट्री अवार्ड भी मिला था। इस STD को कुछ महीने बाद बेल मिल गई। बाद में वह पुलिस का ही खबरी बन गया था और दाऊद के लोगों की जानकारियां ही पुलिस को देने लगा था।