बिहार चुनाव के बाद अब पेटियों का खेल शुरू हो गया है,दिल्ली के इशारे पर यह खेल खेला जा रहा हैं।नकद के अलावा उप मुख्यमंत्री पद की भी आफर भेजी गई हैं।
आरजेडी ने मुकेश सहनी को दिया डिप्टी सीएम का ऑफ़र, पुराने साथी मांझी से भी साधा संपर्क, तेजस्वी ने अभी नहीं छोड़ी है सीएम बनने की आसऐप
पर पढ़ेंसूत्र ने स्वीकार किया कि राजद को अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है लेकिन पार्टी का कहना है कि “हमारे रास्ते खुले रहेंगे”। राजद सूत्र ने कहा कि मुकेश सहनी डिप्टी सीएम बनना चाहते हैं और पार्टी उन्हें यह पद दे सकती है।
बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों में भले ही महागठबंधन बहुमत के पास आकर रुक गया लेकिन तेजस्वी यादव ने अभी मुख्यमंत्री बनने की आस नहीं छोड़ी है। राजद नेता इसके लिए एनडीए के दो छोटे घटक दलों से संपर्क में है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि राजद ने विकासशील इनसान पार्टी के मुकेश सहनी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी से संपर्क किया है। सूत्र ने स्वीकार किया कि राजद को अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है लेकिन पार्टी का कहना है कि “हमारे रास्ते खुले रहेंगे”। राजद सूत्र ने कहा कि मुकेश सहनी डिप्टी सीएम बनना चाहते हैं और पार्टी उन्हें यह पद दे सकती है। मालूम हो कि महागठबंधन को इस चुनाव में 110 सीटें मिली हैं।
इस धड़े को सरकार बनाने के लिए 12 और विधायकों की जरूरत है। पार्टी सूत्र का कहना है कि इन दोनों दलों के साथ आने के बाद यदि ओवैसी की एआईएमआईएम को अपने साथ कर लेती है तो उनके पास बहुमत के लायक आवश्यक संख्या बल पूरा हो जाएगा। बता दें कि मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन का साथ छोड़ एनडीए में शामिल हो गए थे।
बता दें कि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी खुद इस बार सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव हार गए हैं। वहीं, जीतनराम मांझी की पार्टी को 4 सीटों पर जीत मिली है। राजद के एक सूत्र ने कहा कि प्रयास करने में हर्ज क्या है? अगर वीआईपी और एचएएम (एस) हमारे पास आते हैं, तो हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उन्हें बहुत अच्छा फायदा मिल सकता है, जो एनडीए उन्हें दे सकता है।
दूसरी तरफ, AIMIM किसी भी मामले में हमारा समर्थन करने के लिए तैयार है। VIP के एक सूत्र ने RJD के ऑफर की पुष्टि की लेकिन संकेत दिया कि पाला बदलने की संभावना नहीं है। “हमें डिप्टी सीएम और एक मंत्री पद की पेशकश की जा रही है। हमने अपने नेताओं के साथ इस पर चर्चा की।
सूत्र ने कहा कि राजद ने हमें त्याग दिया था और हम एनडीए के साथ खुश हैं इसके अलावा, अगर हम इतनी जल्दी पाला बदलते हैं तो इससे हमारे कैडर में एक गलत संदेश जाएगा। एक एचएएम (एस) नेता ने भी राजद के एक प्रस्ताव की पुष्टि की। हम नेता ने कहा कि राजद में वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है। हम अभी तक अपना अपमान नहीं भूले हैं। एनडीए हमारी अच्छी देखभाल करेगा।