राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक कम भाजपा के ज्यादा बड़े स्टार हो गए हैं,ताज़ा मामला कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर का है,
…..
राहुल गांधी फजीहत कर गए पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू और मनमोहन सिंह की। मौका था कांग्रेस के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन का मौका। ये प्रशिक्षण शिविर राजस्थान की राजधानी जयपुर में चल रहा था। इसके समापन के मौके पर राहुल गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसी संबोधन के मौके पर राहुल ने भारत और चीन के बीच जारी तनाव का मुद्दा उठाया और कहा कि अगर मनमोहन सिंह ऐसी हालत में होते, तो वो इस्तीफा दे देते। राहुल ने कहा कि अगर मनमोहन सिंह पीएम होते और चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया होता, तो वह इस्तीफा दे देते।
इस तरह उन्होंने जवाहरलाल नेहरू और मनमोहन सिंह पर ही उंगली उठा दी। अपने इस बयान से राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह को एक तरह से कमजोर पीएम कह दिया। वहीं, नेहरू पर आक्षेप इस नाते लगा कि साल 1962 में चीन से जंग हारने के बावजूद नेहरू ने पीएम पद से इस्तीफा नहीं दिया था और 1964 में अपने निधन तक वो पीएम पद पर रहे थे। राहुल ने इसके अलावा हिंदू और हिंदुत्व के मसले पर भी मोदी और संघ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग मोदी के गलत फैसलों के सामने झुकते हैं, वे हिंदुत्व का पालन करते हैं और जो चुनौतियों का मुकाबला करते हैं, वे हिंदू हैं।
बता दें कि राहुल गांधी इससे पहले भी अजब गजब बयानों के लिए सुर्खियों में रहे हैं। राफेल लड़ाकू विमानों के मसले पर जब वो पीएम मोदी पर निशाना साध रहे थे, तो अपनी हर जनसभा में इस विमान की अलग-अलग कीमत बताते थे। इसके अलावा मोदी के खिलाफ बयान देने के बाद संसद में ही वो उनसे जाकर गले मिले थे। इसके बाद राहुल के आंख दबाने का वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। अब उन्होंने मनमोहन को कमजोर और जवाहरलाल नेहरू को चीन से हार के बावजूद पद पर बने रहने वाला करार दे दिया है।